मुंबई. महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिरोध जारी है, 23 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित होने के एक सप्ताह बाद भी मुख्यमंत्री का पद अनिर्णीत है. कार्यवाहक मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि एक आम आदमी के रूप में उनकी जड़ें राज्य के लोगों के साथ जुड़ी हुई हैं.
शिंदे की यह टिप्पणी भाजपा विधायक दल की बैठक से ठीक पहले आई है, जिसमें पार्टी अपना नया नेता चुनने वाली है. यह घटनाक्रम तीन दिन पहले दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी बैठक के बाद हुआ है. राजनीतिक घटनाक्रम चल रही चर्चाओं में शिंदे ने महायुति सरकार के गठन के बारे में अपना रुख स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित एनडीए नेताओं द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय में बाधा नहीं डालेंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि वे उनके निर्णयों को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.
शिंदे ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, मैं लोगों का मुख्यमंत्री था. वास्तव में, मैं कहा करता था कि मैं सिर्फ मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आम आदमी हूं. एक आम आदमी के तौर पर मैंने लोगों की समस्याओं और दर्द को समझा और उन्हें दूर करने की कोशिश की. चूंकि मैंने एक आम आदमी के तौर पर काम किया, इसलिए जाहिर तौर पर लोगों को लगा कि मुझे मुख्यमंत्री बनना चाहिए.
आगामी नेतृत्व निर्णय भाजपा के विधान सभा सदस्य जल्द ही अपना नया नेता चुनने की तैयारी कर रहे हैं. इस राजनीतिक गतिरोध के बीच महाराष्ट्र की सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, यह तय करने के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण है. इस बैठक के नतीजे राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को काफी हद तक प्रभावित कर सकते हैं.