पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी में क्रिसमस पर्व व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की जयंती के एक दिन पहले प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने आज पांच हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है. इसे इत्तेफाक ही माना जा रहा है कि कर्ज के एक दिन बाद ही छतरपुर में केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. यह कर्ज लेने के बाद चालू वित्त वर्ष में राज्य सरकार 30 हजार करोड़ का कर्ज ले चुकेगी.
मोहन यादव सरकार द्वारा लिए जाने वाले कर्ज के ब्याज के साथ भुगतान की कार्यवाही वर्ष 2045 व 2041 तक की जाएगी. इस कर्ज के बाद राज्य सरकार पर कुल कर्ज 4 लाख पांच हजार 578 करोड़ रुपए हो जाएगा. हालांकि वित्त विभाग के अधिकारियों की माने तो जो कर्ज लिया जा रहा है. वह मध्यप्रदेश के जीडीपी के मान से तय लोन लिमिट के भीतर ही है. इस ऋण राशि से मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना व अन्य विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा. मोहन सरकार ने अक्टूबर में नवरात्र शुरू होने के दस दिन पहले सितम्बर में 5 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया था. इसके बाद नवरात्र पर्व के दौरान भी पांच हजार करोड़ रुपए का लोन लिया गया था. इसके अलावा नवम्बर में भी पांच हजार करोड़ रुपए का लोन लिया गया था.
मोहन सरकार ने चालू वित्त वर्ष के अगस्त महीने में पहले 2500-2500 करोड़ रुपए के चार कर्ज लिए थे. पहले राउंड में 6 अगस्त को ढाई-ढाई हजार करोड़ रुपए के दो कर्ज लिए गए थे. इसके बाद ढाई-ढाई हजार करोड़ के दो कर्ज सरकार ने जन्माष्टमी के एक दिन बाद 27 अगस्त को लिए हैं. कर्ज की इस राशि से सरकार ने लाड़ली बहना योजना की किश्त व कर्मचारियों को महंगाई राहत के एरियर्स के भुगतान की कार्यवाही की है. मध्यप्रदेश की जनता पर 31 मार्च 2024 को खत्म हुए वित्त वर्ष में 3 लाख 75 हजार 578 करोड़ रुपए का कर्ज है. एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक बीजेपी सरकार ने एक साल में 44 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया था. इसके पहले 31 मार्च 2023 को सरकार पर कर्ज की राशि 3 लाख 31 हजार करोड़ रुपए से अधिक थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-