MP: मुलताई में नकली लिक्विड यूरिया की फैक्टरी पकड़ी गई, ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बेचा जा रहा था, लागत 30 रुपए, बिक्री 1300 रुपए

MP: मुलताई में नकली लिक्विड यूरिया की फैक्टरी पकड़ी गई

प्रेषित समय :18:41:26 PM / Tue, Jan 14th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, मुलताई. एमपी के बैतूल स्थित मुलताई में पुलिस ने नकली लिक्विड यूरिया बनाने वाली फैक्टरी पर दबिश दी है. फैक्टरी में ब्रांडेड कंपनियों की असली बाल्टी में नकली यूरिया भरकर कई गुना कीमत पर बेचा जाता रहा. पुलिस को पता चला कि एक बाल्टी यूरिया बनाने में 30 रुपए खर्च होते थे, जिसे बाजार में 1300 रुपए में बेचा जाता रहा.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने जब फैक्टरी में दबिश दी उस वक्त यूरिया बनाने का काम चल रहा था. पुलिस को देखते ही कर्मचारियों में भगदड़ व अफरातफरी मच गई. मौके से आरओ मशीन, मिक्सर मशीन, 2 हजार लीटर लिक्विड यूरिया, 200 से अधिक कंपनियों की बाल्टियां व  खाद की आठ बोरियां जब्त की हैं. पुलिस ने फैक्ट्री भी सील कर दिया है. फैक्ट्री के संचालक एजाज खान को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि आरोपी एजाज खान ने नकली लिक्विड यूरिया बनाने की टेक्निक दिल्ली में जाकर सीखी थी. उसके बाद मुलताई आकर उसने फैक्ट्री खोली थी.

उसने बताया कि नकली लिक्विड यूरिया बनाने की तकनीक सीखने के बाद वह नकली लिक्विड यूरिया बनाकर बड़ी-बड़ी कंपनियों की डुप्लीकेट पैकिंग कर इसे मार्केट में बेचता था. एक दिन में लगभग 1 हजार लीटर यूरिया की खपत हो रही थी. एक बोरी यूरिया से लगभग 1 हजार लीटर लिक्विड बन जाता है. नकली लिक्विड यूरिया फैक्ट्री का संचालक एजाज खान टाटा, आयसर सहित अन्य बड़ी-बड़ी कंपनियों की नकली पैकिंग कर यूरिया बेच रहा था. जो कि 1300 में 15 लीटर की बॉल्टी भरकर यूरिया बेचा जा रहा था. जबकि 15 लीटर यूरिया बनने में मात्र 25 से 30 रुपए का खर्च आ रहा था. लिक्विड यूरिया का इस्तेमाल डीज़ल इंजन वाले वाहनों में होता है. यूरिया, डीज़ल इंजन में मौजूद नाइट्रोजन ऑक्साइड को कम करने का काम करता है.

ऐसे बनाता था-

पुलिस को पूछताछ में आरोपी एजाज ने बताया कि वह पहले पानी को फिल्टर करता था. फिर उस फिल्टर पानी को एक दूसरी टंकी में लाकर, उसमें यूरिया खाद मिलाकर एक दिन तक लगातार मिक्सर मशीन की सहायता से घुमाया जाता था. इसके बाद जब वह पूरी तरह पानी में घुल जाता था. तो उसे फिर से फिल्टर किया जाता था और फिल्टर करने के बाद जो द्रव्य बाहर आता थाए उसकी बाल्टी में पैकिंग कर लिक्विड एरिया के नाम पर वाहन चालकों को बेच दिया जाता था.

फैक्टरी से 5 लाख रुपए का सामान बरामद किया गया-

थाना प्रभारी राजेश सतनकर ने बताया की फैक्ट्री के संचालक एजाज खान को हिरासत में लिया गया है. वहीं फैक्ट्री का सामान भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. यह बात सामने आई है की फैक्ट्री में जिन मशीनों के माध्यम से यूरिया बनने का काम किया जा रहा था उसे पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 5 लाख कीमत नकली लिक्विड यूरिया बनाने वाली सामग्री बरामद की. वहीं गोदाम में रखी हुई लगभग 200 से अधिक डुप्लीकेट कंपनियों की बाल्टियां व  खाद की आठ बोरियां भी पुलिस ने जब्त की है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-