* षटतिला एकादशी - शनिवार, 25 जनवरी 2025
* पारण का समय - 07:15 से 09:27 (26 जनवरी 2025)
* पारण के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 20:54
* एकादशी तिथि प्रारम्भ - 24 जनवरी 2025 को 19:25 बजे
* एकादशी तिथि समाप्त - 25 जनवरी 2025 को 20:31 बजे
श्रीविष्णु के विविध स्वरूपों की नामावली का प्रतिदिन प्रात: स्मरण करने से कामयाबी के रास्ते खुल जाते हैं...
अच्युतं, केशवं, राम, नारायणं, कृष्ण, दामोदरं, वासुदेवं हरे,
श्रीधरं, माधवं, गोपिका वल्लभं, जानकी नायकं श्री रामचन्द्रं भजे.
* पारण, व्रत को पूरा करने को कहा जाता है.
* एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण करते हैं.
* एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है.
* एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में भी नहीं होता है.
* हरिवासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई समयावधि होती है.
* व्रत पूर्ण हो जाने के बाद पहले भोजन के लिए सबसे सही समय सवेरे होता है.
* मध्याह्नकाल में पारण से बचें लेकिन सवेरे किसी कारण से पारण नहीं हो पाए तो मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए.
* कभी-कभी एकादशी व्रत दो दिनों के लिए लगातार हो जाता है तब स्थानीय मान्यताओं के अनुसार पहली या दूजी एकादशी करनी चाहिए.
* श्रीविष्णुभक्त ऐसे अवसर पर दोनों एकादशी करते हैं.
* सन्यासी और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रीनारायणभक्तों को दूजी एकादशी का व्रत करना चाहिए.
* यथासंभव व्रत नियमों का पालन करना चाहिए तथा किसी भी प्रकार की उलझन होने पर स्थानीय धर्मगुरु के निर्देशानुसार निर्णय करना चाहिए.
* जानबूझ कर नियमों के उल्लंघन से ही व्रतभंग होता है इसलिए अनजाने में हुई गलती के लिए मन में आशंकाएं नहीं पालें और व्रत के अंत में पारण के समय जाने-अनजाने हुई गलतियों के लिए अपनी भाषा और भाव में श्रीविष्णुदेव से क्षमा प्रार्थना कर भोजन ग्रहण करें.
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 26 जनवरी 2025
शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081, अमान्त महीना पौष, पूर्णिमान्त महीना माघ, वार रविवार, कृष्ण पक्ष, तिथि द्वादशी - 20:54 तक, नक्षत्र ज्येष्ठा - 08:26 तक, योग व्याघात - 03:34, (27 जनवरी 2025) तक, करण कौलव - 08:48 तक, द्वितीय करण तैतिल - 20:54 तक, सूर्य राशि मकर, चन्द्र राशि वृश्चिक - 08:26 तक, राहुकाल 16:53 से 18:15, अभिजित मुहूर्त 12:23 से 13:07
रविवार चौघड़िया- 26 जनवरी 2025
दिन का चौघड़िया
उद्वेग - 07:15 से 08:37
चर - 08:37 से 10:00
लाभ - 10:00 से 11:22
अमृत - 11:22 से 12:45
काल - 12:45 से 14:07
शुभ - 14:07 से 15:30
रोग - 15:30 से 16:53
उद्वेग - 16:53 से 18:15
रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 18:15 से 19:53
अमृत - 19:53 से 21:30
चर - 21:30 से 23:07
रोग - 23:07 से 00:45
काल - 00:45 से 02:22
लाभ - 02:22 से 04:00
उद्वेग - 04:00 से 05:37
शुभ - 05:37 से 07:14
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- दिन श्रेष्ठ है. व्यावसायिक संबंधों का लाभ मिलेगा. बुद्धि से कार्य में सफलता के योग. पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि से संतोष रहेगा. रिश्तेदारों से संबंधों में मर्यादा जरूरी है. प्रेम प्रसंग में सफल होंगे.
वृष राशि:- किसी भी कीमत पर अपना काम करवा लेंगे. जीवनसाथी की मदद से कार्य पुरे होंगे. अपनी जिम्मेदारी को ठीक तरह से निभाने का प्रयास करें. निवेश लाभदायी रह सकेगा. राज्यपक्ष में आपका प्रभाव बढ़ेगा. विरोधियों से सावधान रहें.
मिथुन राशि:- आप की कार्यशैली और वाक् चातुर्य से काम पुरे होंगे. व्यावसायिक अनुकूलता रहेगी. निवेश करने में जल्दबाजी न करें. आर्थिक मामलों में सुधार की संभावना है. प्रगति वर्धक समाचार मिलेंगे. कार्ययोजना को गुप्त रखें.
कर्क राशि:- दिन की शुरुआत में आलस हावी रहेगा. दोस्तों के साथ मोज-मस्ती में समय बीतेगा. शुभ कार्यों में शामिल होने से सुयश एवं सम्मान मिलेगा. पराक्रम बढ़ेगा. नवीन उपलब्धि होगी. नए वस्त्रों की प्राप्ति होगी.
सिंह राशि:- राजनितिक दबाव के कारण होते कार्य अवरुद्ध हो सकते है. आज आर्थिक विशेष लाभ होने की संभावना है. परिजनों से अनुकूल समाचार मिलेंगे. संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी.
कन्या राशि:- आपके अपनों द्वारा आप प्रताड़ित हो सकते हैं. अपने उदेश्य की पूर्ति के प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करें. भूमि, आवास की समस्याओं का समाधान होगा. आर्थिक चिंता के कारण मन में असंतोष रहेगा. कर्ज से मुक्त मिलेगी.
तुला राशि:- आप की दिनचर्या में बदलाव आयेगा. अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी. नौकरी में पदोन्नति के योग बन रहे है. परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा. स्वभाव में चिड़चिड़ाहट हटेगा,
वृश्चिक राशि:- अपनों के व्यवहार से मन दुखी होगा. किसी भी काम को करने से पहले रणनीति तय करें. पारिवरिक समस्याओं का समाधान संभव है. रोजगार में लोभ न करें. वैवाहिक चर्चा सफल रहेगी. रुका धन मिलेगा, धार्मिक रुचि बढ़ेगी.
धनु राशि:- गलत निर्णय का गलत नतीजा. व्यवसाय में परिवर्तन करने का मन होगा. मान-सम्मान बढ़ेगा. योजनाएं फलीभूत होंगी. लेनदेन, कर्ज, खर्च की पूर्णता होगी. उधार दिया पैसा वापस नहीं मिलने से परेशानी बढ़ेगी.
मकर राशि:- आप की मेहनत के अनुरूप आप को फल न मिलने से मन दुखी होगा. व्यापारिक प्रतिस्पर्धा में यश, सफलता मिलने के योग है. संतान से मदद मिलेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा.
कुम्भ राशि:- कार्यस्थल पर सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के अवसर आएंगे. धन प्राप्ति के योग हैं. व्यर्थ के विवादों से दूर रहें. व्यापार अच्छा चलेगा. पुराने विरोधी सक्रिय होंगे.
मीन राशि:- दोस्तों से मन की बात होगी. अनसोचे कामों में हाथ नहीं डालें. पारिवारिक मामले अशांत रखेंगे. कार्यक्षेत्र में काम का बोझ अधिक रहेगा. आर्थिक तंगी चिंता में डालेगी. कर्ज की अधिकता से तनाव बढ़ेगा.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.




