पलपल संवाददाता, जबलपुर. यूपी के कानपुर स्थित शिवली गांव से भागकर जबलपुर आए नाबालिग प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. प्रेमी युगल को फांसी के फंदे पर लटकते देख मुंह बोले चाचा आकाश सोनी स्तब्ध रह गए. जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मर्ग कायम कर लिया है. वहीं दोनों के परिजनों को शिवली गांव कानपुर सूचना भेज दी. दोनों 25 जनवरी 2025 को बिना बताए घर से निकल आए थे.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में रहने वाली नाबालिगा प्रिया (परिवर्तित नाम) उम्र 17 वर्ष व शिवली गांव कानपुर में रहने वाले नाबालिग प्रियांश (परिवर्तित नाम) उम्र 17 वर्ष एक ही स्कूल में साथ साथ पढ़ते रहे. इस दौरान दोनों के बीच दोस्ती हो गई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर साथ रहने का फैसला लिया और 25 जनवरी की शाम को लड़की कपड़े खरीदने कहकर घर से निकली. इसके बाद देर रात तक घर नहीं आई तो परिजन चितिंत हो गए, उन्होने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन कहीं पता न चलने पर पुलिस को खबर दी.
वहीं पता चला कि शिवली गांव का नाबालिग प्रियांश भी लापता है. लड़की के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रिया घर से तीन जोड़ी चांदी की तोडिय़ा, एक जोड़ी पायल व 2000 रुपए कैश लेकर गई थी. इसके बाद वे जबलपुर में किराए का मकान लेकर रहने लगे. 21 मार्च को प्रियांश अपने दोस्त के साथ मुंहबोले चाचा आकाश सोनी के पास ग्राम बरौंदा पनागर पहुंचा.
जिन्हे देखकर चाचा आकाश हतप्रभ रह गया. आकाश के पूछने पर प्रियांश ने कहा कि वह अपनी दोस्त के साथ भेड़ाघाट घूमने आया है. कुछ दिन रुककर वापस गांव चला जाएगा. इसके बाद लड़के ने अपना मोबाइल पलंग पर रखा और दूसरे कमरे में चला गया. आकाश भी कानपुर का ही रहने वाला है और कभी-कभी लड़के के माता.पिता से फोन पर बात करता था. उसे यह बात खटक रही थी कि उसका भतीजा अचानक एक लड़की को लेकर क्यों आया है. इसी दिन शाम को आकाश ने चार्जिंग पर लगे प्रियांश के मोबाइल फोन का वाट्सएप चेक किया तो उसमें शिवली थाना प्रभारी का एक मैसेज पड़ा हुआ था.
जब उसने इसे पढ़ा तो वह घबरा गया. पता चला कि भतीजा गांव की ही एक नाबालिग लड़की को अपने साथ लेकर भागा है और उसके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज है. इसके बाद आकाश सोनी अपने काम पर चला गया, इस दौरान प्रियांश व प्रिया ने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 23 मार्च की सुबह जब चाचा आकाश कंपनी से काम करके घर लौटा तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था. उसने स्थानीय ग्रामीणों व पनागर थाना पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और देखा कि दोनों को फांसी के फंदे पर लटक रहे है. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजकर परिजन को सूचना दी. रविवार शाम को जबलपुर पहुंचे लड़की के परिजन शव को लेकर कानपुर के लिए रवाना हो गए.
प्रियांश ने कहा कि हमने मैहर में विवाह कर लिया है-
मोबाइल के वाट्सएप मैसेज पढऩे के बाद चाचा आकाश ने लड़के से सच बताने को कहा कि प्रियांश ने कहा कि वह लड़की से प्यार करता है. दोनों ने मैहर में शादी भी कर लिया है. लेकिन घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए वे घर से भाग आए. आकाश ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उन्हें घर ले जाने में मदद करेगा. क्योंकि कानपुर थानाप्रभारी ने आश्वासन दिया था कि दोनों को कानपुर लेकर आओ ताकि उन्हे परिजनों से मिलवाया जा सके.
नाबालिगा के पास मिला कैश रुपया-
मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो दोनों एक ही कमरे में फांसी के फंदे पर लटक रहे थे. तलाशी लेने पर नाबालिगा प्रिया के पास से 38 हजार रुपए कैश व एक मोबाइल फोन मिला. वहीं प्रियांश के पास मोबाइल फोन मिला.
नाबालिगा ने भाई से फोन पर बात कर कहा था पापा ने ठीक नहीं किया-
खबर है कि 22 मार्च को नाबालिग प्रिया ने अपने बड़े भाई से फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि वह अपने दोस्त के साथ सुरक्षित है. जब भाई ने मां के बारे में पूछा तो लड़की ने कहा कि पापा ने ठीक नहीं किया. मुझे पता है कि आपने मेरे दोस्त के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. जबकि मैं अपनी मर्जी से उसके साथ आई हूं. इसके बाद लड़की ने फोन काट दिया. फिर मोबाइल फोन बंद हो गया. भाई ने यह बात अपने पिता को बताईए जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी.
दोनों शादी कर चुके थे, लड़की की मांग भरी थी-
पनागर थाना पुलिस की माने तो लड़की प्रिया की मांग भरी हुई थी. जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दोनों ने शादी कर चुके थे. पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-