पलपल संवाददाता, जबलपुर/सिवनी. एमपी के सिवनी स्थित भुरकलखापा में शकुंतला देवी राइस मिल में जबलपुर से पहुंची आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने छापेमारी की. मध्यप्रदेश राइस मिल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष आशु अग्रवाल की संचालित इस मिल में दो डीएसपी सहित 6 सदस्यीय टीम ने जांच शुरू की है.
ईओडब्ल्यू की टीम ने सरकारी धान व तैयार चावल के साथ सभी दस्तावेजों का सत्यापन की जांच शुरु कर दी. मौके पर चावल का गुणवत्ता परीक्षण भी कराया गया. जांच के दौरान नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी, सिवनी तहसीलदार व अन्य विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे. ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है. मिल संचालक के उपार्जन के दौरान मिलिंग के लिए ली गई धान के स्टॉक की जांच की जा रही है.
राईस मिल की जांच करने पर वर्ष 2024-25 में मिलिंग हेतु प्राप्त धान में 3184 क्विंटल धान व चावल की कमी पाई गई तथा मिल में 2297 क्विंटल चावल 4594 बोरियों में हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा राज्यों का पाया गया. वहीं बालाघाट जिलें की राईस मिल का 28590 किलोग्राम चावल से भरा वाहन पाया. पिछले दिनों ईओडब्ल्यू ने बालाघाट में भी नागरिक आपूर्ति निगम और कुछ राइस मिलों की जांच की थी. इससे पहले जबलपुर जिले में भी करोड़ों के धान घोटाले का मामला सामने आया था. गौरतलब है कि अभी तक 8 जिलों की 38 समितियों के विरूद्ध 145 व्यक्तियों पर 38 एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें बालाघाट, सतना, सीधी, मैहर, डिडोरी, सागर, पन्ना, सिवनी में धान उपार्जन में 50000 क्विटंल की हेराफेरी पाई गयी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-