पलपल संवाददाता, जबलपुर/सिवनी. एमपी के सिवनी जिला स्थित विदेशी शराब भांडागर में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन के इशारे पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी पवन कुमार झारिया 3 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था. तभी जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त की टीम ने पवन कुमार को रंगे हाथ पकड़ लिया. उक्त रिश्वत शराब दुकानों का ठेका सुचारु रुप से संचालित करने के बदले में ली जा रही थी.
इस संबंध में जबलपुर लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि राकेश कुमार साहू पिता स्वर्गीय श्री बसंत लाल साहू उम्र 57 वर्ष पता खैरा पलारी तिगड्डा जिला सिवनी द्वारा तीन सिंडिकेट ग्रुप की नौ शराब दुकानों का ठेका संचालित कर रहा है. शराब दुकानों के सुचारु से चलाने के लिए सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन जिला सिवनी द्वारा अवैध रुप से हर माह पांच लाख रुपए रिश्वत की मांग की गई. हर माह पांच लाख रुपए की मांग किए जाने की शिकायत राकेश कुमार साहू द्वारा जबलपुर पहुंचकर एसपी लोकायुक्त संजय साहू से की गई.
जिसका सत्यापन कराने के बाद आज ठेकेदार राकेश साहू 3 लाख 50 हजार रुपए लेकर विदेशी शराब भांडागार पहुंचा तो सहायक आयुक्त आबकारी शैलेष कुमार जैन ने उक्त रुपया सहायक जिला आबकारी अधिकारी पवन कुमार झारिया को देखने के लिए कहा. ठेकेदार राकेश कुमार से पवन कुमार झारिया ने रिश्वत के 3 लाख 50 हजार रुपए लिए. तभी लोकायुक्त टीम के डीएसपी दिलीप झरवडे, इंस्पेक्टर मंजू किरण तिर्की, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा एवं 5 अन्य सदस्यों ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया. मामले में सहायक आयुक्त आबकारी शैलेश कुमार जैन व सहायक जिला आबकारी अधिकारी पवन कुमार झारिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-