जन्म कुण्डली मै किस भाव से जातक हमेशा मानसिक अवसाद या तनाव से घिरा रहता

जन्म कुण्डली मै किस भाव से जातक हमेशा मानसिक अवसाद या तनाव से घिरा रहता

प्रेषित समय :19:59:39 PM / Sat, Mar 29th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जन्मकुंडली में मानसिक अवसाद या मानसिक तनाव के संकेत कई भावों और ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करते हैं. विशेष रूप से निम्नलिखित भाव और ग्रह इसकी प्रमुख भूमिका निभाते हैं:
1. चतुर्थ भाव 
चतुर्थ भाव को मन, भावनात्मक सुख, और मानसिक शांति का भाव माना जाता है.
यदि चतुर्थ भाव पर शनि, राहु, केतु या मंगल जैसे पाप ग्रहों की दृष्टि हो या इन ग्रहों का प्रभाव हो, तो जातक को मानसिक तनाव, अवसाद या असंतोष की स्थिति हो सकती है.
चंद्रमा यदि कमजोर  हो, तो मन की स्थिरता पर नकारात्मक असर पड़ता है.
2. चंद्रमा 
चंद्रमा मन का कारक ग्रह है. यदि चंद्रमा नीच का हो, शनि, राहु, केतु के साथ युति में हो या पाप ग्रहों की दृष्टि में हो, तो जातक भावनात्मक रूप से कमजोर हो सकता है.
कमजोर चंद्रमा जातक को अत्यधिक चिंता, डर, और अवसाद की ओर ले जा सकता है.
3. अष्टम भाव 
अष्टम भाव जीवन के रहस्यों, मानसिक गहराइयों और अप्रत्याशित परिवर्तनों का संकेत देता है.
इस भाव में पाप ग्रहों का प्रभाव या इसका स्वामी कमजोर होने से जातक में अवसाद, डर, और मानसिक बेचैनी उत्पन्न हो सकती है.
4. बारहवां भाव 
यह भाव हानि, अलगाव, मोक्ष और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का कारक है.
यदि इस भाव में पाप ग्रहों का प्रभाव हो या इसके स्वामी की स्थिति कमजोर हो, तो जातक अकेलेपन और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सामना कर सकता है.
5. राहु और केतु का प्रभाव:
राहु भ्रम और मानसिक विक्षोभ पैदा करता है, जबकि केतु अवसाद और अलगाव की भावना देता है.
चंद्रमा पर राहु-केतु की युति या दृष्टि मानसिक असंतुलन का कारण बन सकती है. इसे "ग्रहण दोष" भी कहा जाता हैं.
मानसिक अवसाद के कुछ प्रमुख योग:
चंद्रमा पर राहु-केतु या शनि की युति या दृष्टि.
चंद्रमा का अष्टम या द्वादश भाव में स्थित होना और कमजोर होना.
चंद्रमा का पाप ग्रहों के बीच (पापकर्तरी योग).
चतुर्थ भाव या उसके स्वामी का कमजोर होना.
उपाय.
चंद्रमा को मजबूत करने के लिए: सोमवार के दिन चंद्रमा के मंत्र “ॐ सोमाय नमः” का जप करें.
शांति के लिए: चंद्र ग्रह शांति पूजा करवाना लाभकारी होता है.
दान-पुण्य: चंद्रमा को मजबूत करने के लिए सफेद चीजें जैसे दूध, चावल, शक्कर का दान करें.
योग और ध्यान: नियमित ध्यान और प्राणायाम मानसिक शांति प्रदान करता है. मेडिटेशन जरूर करना चाहिए 15या 20 मिनिट दोनों नजरों के सामने ॐ मान कर ध्यान करे. चांदी के ग्लास मैं पानी पीना लाभ दायक होता है .

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-