पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित जिला अस्पताल विक्टोरिया में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब लोकायुक्त पुलिस की टीम ने RTI शाखा में पदस्थ क्लर्क विनीता विलियम को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. महिला क्लर्क उक्त रिश्वत RTI के तहत मांगी गई जानकारी देने के बदले रही थी.
इस संबंध में लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि राकेश पिता ओमप्रकाश विश्वकर्मा उम्र 32 वर्ष निवासी ग्रीन सिटी रोड, गोल्डन टाऊन, माढ़ोताल जबलपुर मानव अधिकार एवं जन सूचना अधिकार संघ भारत संगठन में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्त है जिनके द्वारा जनहित के कार्य किए जाते हैं. राकेश विश्वकर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला जबलपुर कार्यालय में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत कर जानकारी मांगी. उक्त जानकारी देने के लिए RTI शाखा में पदस्थ श्रीमती विनीता पति स्वर्गीय दीपेश विलियम उम्र 49 सहायक ग्रेड-3, प्रभारी ने 5000 रिश्वत की मांग की.
इस बात की शिकायत राकेश विश्वकर्मा ने लोकायुक्त आफिस पहुंचकर एसपी श्री साहू से की. शिकायत की जांच के बाद आज राकेश विश्वकर्मा विक्टोरिया अस्पताल पहुंचकर क्लर्क विनीता विलियम को परिसर में चार हजार रुपए की रिश्वत दी. तभी लोकायुक्त टीम की डीएसपी श्रीमती नीतू त्रिपाठी, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर शशिकला मस्कुले ने टीम के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से विनीता विलियम को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया.
लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही क्लर्क विनीता विलियम ने अपने आप को बचाने के लिए विवाद करने की कोशिश की लेकिन उन्हे शासकीय कार्य में बाधा न डालने का कहकर शांत करा दिया गया. क्लर्क विनीता विलियम के रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने की खबर से हड़कम्प मच गया. देखते ही देखते अस्पताल परिसर में भीड़ एकत्र हो गई थी, जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही. क्लर्क विनीता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम1988 (संशोधन) 2018 की धारा-7, 13(1), 13(2) के अंतर्गत कार्यवाही की गई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-