पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में सिविक सेन्टर स्थित समदडिय़ा मॉल में शाम करीब चार बजे एक के बाद दो बम गिरे. धमाकों के चलते मॉल की ऊपरी मंजिल पर आग लग गई. मॉल के प्रथम तल पर स्मोक बम गिरने से चारों ओर धुंआ फैल गया. मॉल में चीख-पुकार के साथ भगदड़ मच गई. सुरक्षा के मद्देनजर मॉक-ड्रिल की गई, जिसमें रेस्क्यू आपरेशन का रियल एक्शन देखने को मिला.
मॉल में हमले की खबर मिलते ही सायरन बज उठे. एक-एक कर पुलिस अधिकारी, एम्बुलेंस, नगर निगम के फायर फाइटर के वाहन सायरन बजाते हुए घटनास्थल पर पहुंच गए. एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई. मॉल में फंसे लोगों को जमीन पर लेटने, टेबल के नीचे छिपने की सलाह देते हुए उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू कर दिया है. आतंकी हमलों जैसी आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए जबलपुर के चार स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इनमें समदडिय़ा मॉल, गारमेंट क्लस्टर गोहलपुर, सिहोरा व पुराना गोरखपुर थाना शामिल रहा. एडीएम मिशा सिंह ने बताया कि पहली मॉक ड्रिल समदडिय़ा मॉल में हुई है.
इसमें फायर और खाली कराने को लेकर एक्सरसाइज किया गया. देर रात कलेक्टर ने सेना के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली थी. जिसमें किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए होने वाली तैयारियों की जानकारी ली. बैठक में एयरपोर्ट, आर्मी, रक्षा संस्थान, सिविल डिफेंस, हेल्थ, इलेक्ट्रिसिटी, फायर आदि अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे. जिसमें सभी ने आपदा के समय अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी.
मॉक-ड्रिल में बजाया गया सायरन-
मॉक ड्रिल के समय सायरन बजाया गया. इसके साथ हीए आग लगने या फिर किसी की तबीयत बिगड़ती है, तो उसे कितनी जल्दी अस्पताल ले जाया जा सके. इसकी तैयारी को देखा गया. कलेक्टर ने कहा कि यह सब हमें विपरीत परिस्थितियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है. अधिक लाइट से एयर अटैक की संभावना रहती है. अत: इन परिस्थितियों को समझें और नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से जागरूक रहें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-