कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा स्थित माल डिब्बा मरम्मत कारखाना स्थित समय कार्यालय में पदस्थ बड़ी संख्या में कर्मचारी एक मुख्य कार्यालय अधीक्षक (चीफ ओएस) की कार्यप्रणाली से जबर्दस्त तनाव में काम कर रहे हैं. उक्त सीओएस की शिकायतें भी की गईं, किंतु उसके खिलाफ कोई कार्रवाई प्रशासन नहीं कर रहा है, जिससे उसके हौसले बुलंद हैं. पीडि़त कर्मचारियों, जिसमें महिला स्टाफ भी है, ने चीफ कारखाना प्रबंधक को लिखित शिकायत करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
बताया जाता है कि सीओएस ब्रह्म लाल मीणा जो कार्यालय का इंचार्ज भी नहीं है, किंतु उसके द्वारा कर्मचारियों को तरह-तरह के हथकंडे अपनाकरण परेशान करने का काम किया जा ररहा है. जिसमें समय कार्यालय के लिपिकों के ड्यूटी पर रहते हुए भी अनुपस्थिति लगा देना, साथी कर्मचारियों से द्वेष भाव रखते हुए महिला कर्मियों के सामने ही अभद्र भाषा का उपयोग, गालीगलौज करना, अपने संबंध उ"ा अधिकारियों से होने की बात कह कर धमकाना, साथी कर्मचारियों के कार्य में स्वयं गड़बड़़ी, कूटरचना, साजिश रच कर अनावश्यक दबाव बनाते हुए ब्लैकमेल करने का काम किया जा रहा है.
पूर्व में शिकायतों पर हुआ था सीओएस का तबादला
कर्मचारियों ने शिकायत में बताया है कि ब्रह्म लाल मीणा रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों, एक रेल संस्था से व कई राजनीनीतिक संगठनों व नेताओं व गुंडों से संबंध होने की बात कहते हुए धमकाता है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. वहं पूर्व में भी उसकी अनुचित कार्यशैली की शिकायतें रेल कर्मचारियों ने की थी, जिस पर उसका तबादला 2020 में अन्यत्र किया गया था. किंतु वह फिर से यहीं पर पदस्थ हो गया है, जिससे आफिस का माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण बना हुआ है, जिससे कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है. कर्मचारियों ने मुख्य कारखाना प्रबंधक कोटा को लिखित शिकायत करते हुए मांग की है कि उक्त कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए, अन्यथा कभी कोई अनहोनी घटित हो सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-