प्रदीप द्विवेदीः पश्चिम बंगाल चुनाव- सच्चाई छुप नहीं सकती, तकनीकी गड़बडियों से...

प्रदीप द्विवेदीः पश्चिम बंगाल चुनाव- सच्चाई छुप नहीं सकती, तकनीकी गड़बडियों से...

प्रेषित समय :21:52:33 PM / Mon, Mar 15th, 2021

न्यूज-व्यूज. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार पूरी तेजी से चल रहा है. यदि विभिन्न सर्वे और खबरों पर भरोसा करें, तो वहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और टीएमसी के बीच है और दावे यह किए जा रहे हैं कि बीजेपी सत्ता में आ सकती है, लेकिन जमीनी सच्चाई क्या है, यह तो 2 मई 2021 को ही सामने आएगी.

सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह की बंगाल में दो चुनावी रैलियां थीं, जिनमें से पहले झाड़ग्राम की रैली को संबोधित करना था, परन्तु खबर है कि हेलीकॉप्टर में कथित तकनीकी गड़बड़ी की वजह से उन्होंने वहां जाने की बजाय वर्चुअल तरीके से ही रैली को संबोधित किया.

उन्होंने भाषण के दौरान कहा भी कि वो आज झाड़ग्राम में प्रचार के लिए आने वाले थे, लेकिन दुर्भाग्य से उनका हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया और वो लोगों के बीच उपस्थित नहीं हो पाए.

हालांकि, टीएमसी का कहना था कि- अमित शाह लोग कम होने की वजह से नहीं आए झाड़ग्राम में, पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष बोले कि रैली में भीड़ नहीं जुटने की वजह से ही शाह को मजबूरन वहां जाने का फैसला बदलना पड़ा.

यही नहीं, कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने भी कुछ तस्वीरें और वीडियो ट्वीट करके यही दावा किया कि अमित शाह की पश्चिम बंगाल में रैली कम लोगों के आने की वजह से रद्द करनी पड़ी. गोदी मीडिया कहेगा कि यह लोगों के सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने के कारण है, लेकिन तथ्य यह है कि पहले चरण के मतदान से पहले ही बीजेपी का पतन शुरू हो गया है.

इतना ही नहीं, अगले ट्वीट में गौरव ने एक वीडियो देते हुए ट्वीट किया कि कार्यक्रम स्थल पर खाली कुर्सियां पश्चिम बंगाल में बीजेपी की कहानी कह रही हैं. अमित शाह ने रैली में जाने से इनकार कर दिया और वर्चुअली इसे संबोधित किया.

सबसे दिलचस्प टिप्पणी बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की रही, जिन्होंने ट्वीट किया कि टीवी चैनल अमित शाह की रैली के प्रसारण पर कुछ नहीं बता रहे हैं.

पहले से घोषित अमित शाह की बंगाल ग्रामीण इलाके में रैली को लेकर मैंने टीवी चैनल खोला लेकिन तय वक्त पर भी दो बार कार्यक्रम स्थगित हुआ और चैनल प्रसारण को लेकर चुप हैं. कोई वजह?

बहरहाल, सियासी सयानों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी उतनी मजबूत नहीं है, जितनी बताई जा रही है, लेकिन इस तरह के आक्रामक प्रचार से कुछ प्रतिशत वोट प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यदि नतीजे इस प्रचार-प्रसार के सापेक्ष नहीं आए, तब क्या होगा? 

https://twitter.com/GauravPandhi/status/1371381833460555779

https://twitter.com/Swamy39/status/1371390946055577603

https://twitter.com/i/status/1371382329436868610

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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