नई दिल्ली. अलीबाबा और एंट ग्रुप के संस्थापक जैक मा के खिलाफ चीन सरकार ने बड़ा आदेश दिया है. वहां की सरकार ने कथित तौर पर आदेश दिया है कि अलीबाबा को अपनी मीडिया परिसंपत्तियों को बेचना होगा. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट में चीनी अधिकारियों ने बताया कि देश में जनता के बीच दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी के प्रभाव को लेकर परेशान है.
आपको बता दें अलीबाबा ने साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट का पिछले साल अधिग्रहण किया था, जिसके बाद उन्होंने मीडिया के क्षेत्र में अपने कदम आगे बढ़ाए थे. बता दें यह चीन का ऐसा समाचार पत्र है, जिसको करीब 118 साल पहले हांगकांग में लॉन्च किया गया था.
कंपनी के पास हैं ये मीडिया होल्डिंग्स
इसके अलावा कंपनी के पास मीडिया होल्डिंग्स भी हैं, जिसमें प्रौद्योगिकी समाचार साइट 36केआर, स्टेट के स्वामित्व वाले शंघाई मीडिया समूह, ट्विटर-जैसे वीबो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी और कई लोकप्रिय चीनी डिजिटल और प्रिंट समाचार आउटलेट शामिल हैं.
रिपोर्ट में दी ये जानकारी
रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया है कि अलीबाबा ने झिंजुआ और सिचुआन प्रांतों में सिन्हुआ न्यूज एजेंसी और स्थानीय सरकार द्वारा संचालित समाचार पत्रों के समूह के साथ संयुक्त उपक्रम या साझेदारी स्थापित की है. डब्ल्यूएसजे की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नियामक अलीबाबा के मीडिया के इंट्रेस्ट में विस्तार को लेकर चिंतित है और कंपनी को अपनी मीडिया होल्डिंग्स पर काफी हद तक अंकुश लगाने के लिए योजना के साथ आने के लिए कहा है। सरकार ने यह नहीं बताया कि किन परिसंपत्तियों को हटाना होगा. आपको बता दें जैक मा साल 2020 और साल 2019 में हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में चीन के सबसे अमीर व्यक्ति थे, लेकिन अब ये जगह नोंगफू स्प्रिंग के झोंग शानशान, टेनसेंट होल्डिंग के पोनी मा और ई-कॉमर्स के स्टाइंड पिंडडियोडो ले ली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-शुरूआती कारोबार में शेयर बाजर में तेजी, सेंसेक्स में आया 400 अंकों का उछाल
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