जबलपुर। उपनगरीय क्षेत्र बिलहरी में मंगलवार की देर रात उस समय डॉ. सुलाखिया के अस्पताल में हंगामा मच गया, जब उपचार कराने पहुंचे एक वकील की इंजेक्शन लगाते ही मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों, मित्रों का आक्रोश फूट पड़ा और अस्पताल में जमकर तोडफ़ोड़ की गई। डाक्टर के साथ भी मारपीट की खबर है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस ने अभद्रता और हंगामा कर रहे परिजनों को समझाइश देते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। घटना के बार में जब शिवसेना प्रमुख और पूर्व पार्षद ठाडेश्वर महावर को लगी तो वह भी अस्पताल पहुंच गए और परिजनों को शांत कराया। बताया जाता है कि रामपुर निवासी युवक राजकुमार बेन को पेट में दर्द होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उसकी सभी जांच नार्मल आई यहां तक कि कोरोना टेस्ट में निगेटिव आया। परिजनों ने बताया कि युवक राजकुमार बेन की तबीयत तब बिगड़ी डॉक्टरों ने उसे दो इंजेक्शन लगाए इसके कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई।
डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप
अस्पताल परिसर में हंगामा कर रहे मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीज की जान गई है। डॉक्टरों को अनुभव ही नहीं था और उन्होंने इंजेक्शन लगा दिया जिसके बाद मरीज की मौत हो गई।
थाने में देर रात तक होता रहा हंगामा
शिवसेना प्रमुख ठाडेश्वर महावार और उनके साथियों ने देररात गोराबाजार थाने का घेराव किया। इस मामले को लेकर थाने में घंटों हंगामा होता रहा। इस संबंध में ठाडेश्वर महावर ने बताया कि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वह डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई करेगा इसके बाद ही मृतक मरीज के परिजन माने हैं। कार्रवाई नहीं होगी तो थाने का घेराव किया जाएगा। बताया जा रहा है कि डॉक्टर की लापरवाही से जिस मरीज की मौत हुई वह अधिवक्ता था। मरीज की मौत पर परिजनों ने अस्पताल के अंदर जमकर हंगामा किया जिसे देखते हुए गोरबाजार, केंट और गौर चौकी की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में कोरोना कर्फ्यू के बीच खुली 107 दुकानें, हो गई कार्रवाई, 85 को पहुंचाया जेल
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