प्रदीप द्विवेदी. उधर, पीएम मोदी टीम पश्चिम बंगाल में सत्ता के लिए चुनावी प्रचार में व्यस्त है और इधर, मोदी के गृहराज्य गुजरात में कोरोना के कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं.
दो दिन पहले की खबर है कि गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर गुजरात हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपनाया है. हाईकोर्ट ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति और लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि असलियत, सरकारी दावों के एकदम उलट है.
खबरें तो ये भी हैं कि मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति भार्गव कारिया की बेंच ने राज्य में कोरोना वायरस की हालत पर एक जनहित याचिका पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा कि लोग अब सोच रहे हैं कि वे भगवान की दया पर हैं.
हाईकोर्ट का कहना है कि असलियत सरकारी दावों के उलट है, जो दावे किए जा रहे हैं, स्थिति उससे काफी अलग है. कहा जा रहा है कि सब कुछ ठीक है, लेकिन हकीकत उसके विपरीत है.
यही नहीं, कोरोना जांच में समय लगने पर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई.
दरअसल, कुछ दिनों से गुजरात की जैसी खबरें आ रही हैं, वे चिंताजनक हैं, लेकिन इनसे बेखबर पीएम नरेंद्र मोदी तो बंगाल के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.
यही वजह है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने एक वीडियो शेयर किया है- गुजरात मॉडल की कहानी, मुर्दों की जुबानी!
https://www.youtube.com/watch?v=7iBzRYH46OU
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गुजरात : राजकोट की फैक्ट्री में बॉयलर फटने से कटिहार जिले के चार मजदूरों की मौत
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