पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश में कोरोना संकटकाल में वर्तमान स्थिति चिंताजनक है, किन्तु ऐसे समय में सरकार व प्रशासन के अतिरिक्त हमारा समाज और हमारे कोरोना योद्धा जिस लग्र, तत्परता व कार्यसिद्धता के लक्ष्य के साथ कार्य कर रहे है वह अत्यंत सराहनीय है. संगठनों के सेवा भाव से प्रभावित होकर समाज के हज़ारों लोगों का सेवाभाव के लिए आगे आना प्रेरणादायक है, वास्तव में ऐसे कार्यों से ही भारतीय सामाजिक ताने-बाने की मज़बूती स्पष्ट होती है. महाकौशल प्रांत में स्वयं सेवकों ने सेवा कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
कोरोना की पहली लहर की ही तरह इस दूसरी लहर में भी राष्ट्र्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, सेवा भारती सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों व संस्थाओं के माध्यम से प्रभावित परिवारों व जरूरतमंदों को सहायता उपलब्ध करवाने के कार्य में जुटे हुए हैं, कोविड संकट के इस काल में जबकि ऐसा प्रतीत हो रहा था कि स्थिति पर नियंत्रण पाना बहुत मुश्किल हो जाएगा, ऐसे समय में स्वयंसेवकों द्वारा स्थिति सामान्य करने के लिए आवश्यकतानुसार सेवा के अनेकानेक उपक्रम आरंभ किए गए.
कोरोना के संभावित लोगों हेतु आइसोलेशन केंद्र व संक्रमित रोगियों हेतु कोरोना केयर सेंटर, सरकारी कोविड केयर सेंटरों व अस्पतालों में सहायता उपलब्ध करवाना, उपरोक्त सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर, ऑनलाइन चिकित्सकीय सलाह, रक्तदानए प्लाज्मा दान, अंतिम संस्कार हेतु सामग्री व कार्य, आयुर्वेदिक काढ़ा व दवा वितरण, समुपदेशन काउंसलिंग, ऑक्सीजन आपूर्ति व एम्बुलेंस सेवा जैसे सेवा के कार्य किए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त भोजन, राशन व मास्क वितरण तथा टीकाकरण अभियान व जागरूकता अभियान, शव वाहन जैसे आवश्यक कार्य स्वयंसेवकों ने प्रारंभ किए हैं.
स्वयंसेवकों द्वारा सहायता के लिए पूरे प्रान्त में लगभग 58 स्थानों पर हेल्पलाइन सेंटर्स चलाए जा रहे हैं, इसी प्रकार वैक्सीनेशन शिविर, सहयोग व जागरूकता अभियान में 68 से अधिक स्थानों पर 850 से अधिक कार्यकर्ता लगे हुए हैं, जिसमें अभी तक कई लोगों को वैक्सीनेशन करवाया गया है, प्रान्त में 20 स्थानों पर आइसोलेशन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 850 से अधिक बिस्तर की व्यवस्था है, इसके साथ ही 2 शहरों में कोविड केयर सेंटर भी चलाए जा रहे हैं जिनमें 300 से अधिक बिस्तर की व्यवस्था है, इनमें से सभी बिस्तर ऑक्सीजन युक्त हैं इन केंद्रों के संचालन में 15 से अधिक कार्यकर्ता कार्य कर रहे हैं.
इनके अलावा सरकारी कोविड केयर केंद्रों में भी स्वयंसेवक व्यवस्थाओं में सहयोग कर रहे हैं, प्रान्त में 2 शहरों में संचालित 2 सरकारी कोविड केयर केंद्रों में 15 से अधिक कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं, स्वयंसेवकों ने 10 स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर 210 यूनिट रक्तदान करवाया है, प्रान्त में 32 स्थानों पर संचालित चिकित्सकीय हेल्पलाइन के माध्यम से 15750 से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं, इन केंद्रों में 150 से अधिक चिकित्सक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना संक्रमित होने पर 3 महीने बाद लगेगी दूसरी डोज
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