रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में नि:शुल्क कफन मुहैया कराने संबंधी फैसला लिया गया, जिस पर कटाक्ष करते हुए विपक्षी दल भाजपा ने कहा कि हुजूर ने ना दवा और न दुआओं के काबिल समझा, बेचारी जनता को बस कफन के काबिल समझा. भाजपा ने इस निर्णय को अपरिपक्वता की पराकाष्ठा बताते हुए इसे अंधेर नगरी चौपट राजा का परिणाम बताया.
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने सोमवार देर शाम बयान जारी कर झारखंड सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इतिहास में शायद यह पहला मौका होगा जब किसी सरकार की प्राथमिकता जन स्वास्थ्य ना होकर के मृत्यु और कफन तक सीमित रह गई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर और संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार के पास कार्ययोजनाओं का अभाव स्पष्ट झलक रहा है, किंतु सरकार के जिम्मेदार मंत्री वर्तमान परिस्थिति को राजनीतिक अखाड़ा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-झारखंड: दाह संस्कार घाटों और कब्रिस्तान में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने से भारी आक्रोश
यास तूफान का असर: उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार समेत कई राज्यों में बारिश का अलर्ट
झारखंड के संथाल परगना में जंगली हाथी का उत्पात, 9 लोगों की ली जान, वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू
बिहार, बंगाल, झारखंड की 16 और ट्रेनें रद्द, जानें कौन कौन सी हैं ट्रेन शामिल
स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह के मूल वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि देगी झारखंड सरकार
Leave a Reply