पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश में आई ब्लैक फंगस की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश की शिवराजसिंह चौहान सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे है, ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जबलपुर, सागर व ग्वालियर को 1910 इंजेक्शन मिले है, जिन्हे हवाई मार्ग से भेजा गया है.
बताया जाता है कोरोना महामारी के बीच जैसे रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मारामारी मच रही है, कालाबाजारियों ने एक इंजेक्शन 18 से 30 हजार रुपए तक में बेचा इसी तरह ब्लैक फंगल के लिए उपयोगी एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन को लेकर भी मारामारी शुरु हो गई थी, देखते ही देखते बाजार से यह इंजेक्शन एकाएक गायब हो गया, ब्लैक फंगस क ी बीमारी पीडि़तों के परिजनों द्वारा इंजेक्शन के लिए भटकते देखा जाने लगा, इस इंजेक्शन की कालाबाजारी भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई, ऐसे में एमपी की शिवराजसिंह चौहान ने अपनी ओर से इंजेक्शन की आपूर्ति शुरु करा दी, जिसके चलते यह खबर है कि सरकार को 1910 एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन मिले है, जिन्हे जबलपुर, ग्वालियर व सागर के लिए आवंटित किया है, इंजेक्शन को हवाई मार्ग से भेजा गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा, छूने से नहीं फैलता ब्लैक फंगस, जानें अन्य जानकारी भी
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