आज का दिनः शुक्रवार 28 मई 2021, पूजा खराब समय में रक्षा कवच का कार्य करती है!

आज का दिनः शुक्रवार 28 मई 2021, पूजा खराब समय में रक्षा कवच का कार्य करती है!

प्रेषित समय :19:58:35 PM / Thu, May 27th, 2021

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
व्यवसाय में उन्नति एवं विभिन्न मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए पूजा और प्रयोग किए जाते हैं. पूजा से व्यक्ति को कभी नुकसान नहीं होता है लेकिन परिणाम प्राप्त करने में समय लगता है.प्रयोग अक्सर तेजी से परिणाम देते हैं, लेकिन इसमें नुकसान की सम्भावना भी बनी रहती है.

देवी देवताओं की आराधना पूजा है तो रत्न धारण करना, यंत्र धारण करना और विविध टोटके प्रयोग की श्रेणी में आते हैं. सात्विक प्रयोग पूजा का ही रूप है तो तांत्रिक पूजा को प्रयोग ही माना जाना चाहिए. पूजा-प्रयोग से दुख को नष्ट नहीं किया जा सकता है और सुख को बढ़ाया नहीं जा सकता है, लेकिन सुख और दुख के स्वरूप को बदला जा सकता है. जैसे पूजा-प्रयोग करके ऋण से तत्काल मुक्ति नहीं मिल सकती है लेकिन इससे ऐसी व्यवस्था हो सकती है कि ऋण अदा करने के लिए पर्याप्त समय और सुविधा मिल जाए, जिससे ऋण के तनाव से मुक्ति मिल जाए. इसी तरह सुख-सुविधाओं को एक साथ पाकर सुख का अहसास बढ़ाया जा सकता है. तांत्रिक प्रयोग ऐसी चीजों को प्राप्त करने का प्रयास है जो नसीब में नहीं लिखी हैं. इसलिए तांत्रिक प्रयोगों से कुछ प्राप्त होता है तो कुछ खोना भी पड़ता है. पूजा एक सात्विक प्रक्रिया है. यदि पूजा से तत्काल कुछ हासिल नहीं होता है तो भी इसका शुभत्व बना रहता है और समय आने पर इसका लाभ मिलता है. कोई भी प्रयोग करते समय यह सावधानी अवश्य रखनी चाहिए कि उसके संकेत क्या हैं? किसी भी प्रयोग से सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों पहलुओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. प्रयोग के संकेत शुभ हैं तो प्रयोग जारी रखा जाए अन्यथा रोक दिया जाए. 

कोई भी पूजा-प्रयोग भाग्य का लिखा नहीं बदल सकता है इसलिए न तो स्वयं का और न किसी और का भाग्य बदलने के बारे में सोचना चाहिए. हां! सात्विक पूजा खराब समय में रक्षा कवच का कार्य जरूर करती है इसलिए अज्ञात खतरे से बचने के लिए नियमित इष्ट देव पूजा जरूरी मानी जाती है.  

-आज का राशिफल -

मेष राशि:- भविष्य के प्रति चिंतित होंगे. मन में बुरे विचारों को न आने दें. स्वयं पर नियंत्रण रखें. नकारात्मक सोच के कारण ही आप पीछे हैं. पारिवारिक माहौल सामान्य रहेगा. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है.

वृष राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा. क्रोध की अधिकता रहेगी. आय के नए स्त्रोत स्थापित होंगे. अपने कर्मचारियों के कारण परेशान होंगे. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. धार्मिक कार्यों में धन लगेगा.

मिथुन राशि:- स्वास्थ में सुधार होगा. अपने आगामी भविष्य को लेकर चिंतित रहेंगे. मन में कई विचार आयेंगे. व्यवसाय में उन्नति होगी. भूमि भवन संबंधित मामले पक्ष में हल होंगे. प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जायेंगे. यात्रा संभव है.

कर्क राशि:- अपनी संतान से विवाद हो सकता है. आजीविका को लेकर आप चिंतित हैं. विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है. कारोबार विस्तार करने का मन होगा. वाहन सुख की प्राप्ति संभव है.

सिंह राशि:- अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुकसान आप का ही है. सुख-सुविधा की वस्तुओं और धन खर्च होगा. आप की उन्नति से विरोधी नाखुश होंगे. अपने वाक् चातुर्य से अधिकारी प्रभावित होंगे. विदेश जाने के योग बन रहे हैं.

कन्या राशि:- दोस्तों के सहयोग से कोई जरूरी कार्य होगा. अपनों से संबंधों में मजबूती आयेगी. आलस की अधिकता से कार्य में रूचि नहीं रहेगी. आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होंगे. राजीनति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे.

तुला राशि:- किसी विशेष व्यक्ति का जीवन में प्रवेश आप के तोर तरीके बदल देगा. आकस्मिक धन लाभ होगा. विरोधी आप को निचा दिखाने के हर संभव प्रयास करेंगे. मन की बात अपनों को बता दें, रास्ता मिल जायेगा.

वृश्चिक राशि:- जरूरत से ज्यादा किसी घनिष्ठता संबंधों को कमजोर कर देगी. आप सहने की शक्ति रखें. जल्द ही आप क्रोध से भर जाते हैं. स्वयं पर काबू रखें. व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है. उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेगी.

धनु राशि:- समय के साथ स्वयं को भी बदलें. अपने व्यवहार में नम्रता लाएं. कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करने में लगे रहेंगे. भूमि संबंधित विवाद के चलते चिंता रहेगी.

मकर राशि:- अपने विवेक से हर कार्य सफल कर लेंगे. निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें. मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी. आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा. माता-पिता के स्वास्थ में सुधार होगा. किसी विशेष जन से संबंध बनेंगे.

कुम्भ राशि:- व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी. जीवनसाथी का साथ आप को आगे बढ़ने में मदद करेगा. संतान के विवाह संबंधित समस्या से परेशान रहेंगे. भवन परिवर्तन के योग है. वाहन का प्रयोग सावधानी से करें.

मीन राशि:- अपनों से धोखा मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को पद मिल सकता है. पारिवारिकजनों की सहायता करनी होगी. आजीविका के स्त्रोत में वृद्धि होगी. पिता के साथ ताल मेल स्थापित न होने से तनाव हो सकता है.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453   

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- शुक्रवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा      रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर                   पहला- रोग
दूसरा- लाभ                 दूसरा- काल
तीसरा- अमृत             तीसरा- लाभ
चौथा- काल               चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ               पांचवां- शुभ
छठा- रोग                 छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग          सातवां- चर
आठवां- चर              आठवां- रोग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

पंचांग 
शुक्रवार, 28 मई , 2021
शक सम्वत 1943   प्लव
विक्रम सम्वत 2078
काली सम्वत 5123
दिन काल 13:47:22
मास ज्येष्ठ
तिथि द्वितीया - 09:38:18 तक
नक्षत्र मूल - 20:02:52 तक
करण गर - 09:38:18 तक, वणिज - 20:03:31 तक
पक्ष कृष्ण
योग साघ्य - 14:56:34 तक
सूर्योदय 05:24:42
सूर्यास्त 19:12:05
चन्द्र राशि धनु
चन्द्रोदय 21:33:59
चन्द्रास्त 06:54:00
ऋतु ग्रीष्म
अग्निवास पृथ्वी - 09:36 ए एम तक,आकाश
भद्रावास पाताल - 08:01 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास दक्षिण-पूर्व

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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