एनआईए का खुलासा: जबलपुर स्थित सीओडी से चुराई गई एके-47 राइफल्स नक्सलियों को बेची गई

एनआईए का खुलासा: जबलपुर स्थित सीओडी से चुराई गई एके-47 राइफल्स नक्सलियों को बेची गई

प्रेषित समय :16:22:20 PM / Fri, Jun 4th, 2021

जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो से 70 रिजेक्टेड एके-47 राइफल्स चोरी मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने पटना स्पेशल कोर्ट मे चार्जशीट दाखिल कर दी है. चार्जशीट में खुलासा किया है कि स्टोर से 70 रिजेक्टेड एके-47 राइफल पाट्र्स के रूप में चोरी करके असेम्बल किए गए थे. इन एके-47 को बिहार के मुंगेर में बेचा गया था, जहां से ये नक्सलियों तक पहुंचाया गया है.

एनआईए ने चार्जशीट में जबलपुर सीओडी के एक्स आर्मोरर को किंग पिन बताया गया है. चार्जशीट में एके-47 रायफल मुंगेर होकर बिहार-झारखंड के बदमाशों और सक्रिय नक्सलियों को बेचे जाने की बात कही गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने दो जून को पटना स्थित स्पेशल जज गुरविंदर सिंह मल्होत्रा की अदालत में 22 एके-47 रायफल की बरामदगी मामले में 14 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.

जबलपुर सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो के स्टोर से 70 के लगभग रिजेक्टेड एके-47 राइफल पार्ट्स के रूप में चोरी किए गए. स्टोर कीपर अधारताल निवासी सुरेश ठाकुर इसे डिपो के पूर्व आर्मोरर गोरखपुर पंचशील नगर निवासी पुरुषोत्तम लाल रजक को देता था. पुरुषोत्तम लाल रजक उसे असेम्बल कर अलग-अलग तारीखों में बिहार के मुंगेर में तस्करों तक पहुंचाता था. पुरुषोत्तम रीवा का रहने वाला है और 2008 में सीओडी से रिटायर हुआ था.

बिहार के जमालपुर थाने की पुलिस ने 29 जुलाई 2018 को जुबली बेल इलाके में मुफस्सिल थाना अंतर्गत मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मोहम्मद इमरान आलम और शमशेर को दबोचा था. दोनों के पास से 5 एके-47 राइफल, 30 मैगजीन, एके-47 राइफल का 7 पिस्टन, 7 स्प्रिंग, 7 बॉडी कावर, 7 रीकॉइल स्प्रिंग, 7 ब्रिज ब्लॉक और अन्य पुर्जे जब्त हुए थे.

यह हथियार उसे स्टेशन पर पुरुषोत्तम लाल रजक और उसकी पत्नी चंद्रवती ने दिया था. उनकी टिकट का बंदोबस्त बेटा शैलेंद्र करता था. मुंगेर में हुई गिरफ्तारी के आधार पर जबलपुर की गोरखपुर और क्राइम ब्रांच पुलिस ने चार अगस्त को पुरुषोत्तम, पत्नी चंद्रवती, बेटा शैलेंद्र और अधारताल निवासी सुरेश ठाकुर को दबोचा था.

थाना गोरखपुर में अपराध क्रमांक 588/18 दर्ज है. पुरुषोत्तम से बड़ी मात्रा में एके-47 के पाट्र्स जब्त हुए थे. बाद में इस मामले में मुंगेर के 9 आरोपी और बनाए गए थे. 20 दिसंबर 2018 को 173 (8) में पुलिस ने न्यायालय में चालान पेश कर दिया. अभी नौ आरोपी जबलपुर नहीं लाए जा सके.

वहीं दो एफआईआर बिहार के जमालपुर में 29 जुलाई 2018 और मुफस्सिल थाना में 7 सितंबर 2018 को दर्ज हुआ था. इसमें 26 आरोपी बने हैं. बाद में पांच अक्टूबर 2018 को एनआइए ने इस मामले को टेकओवर कर लिया था. बिहार की मुंगेर पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाकर इस मामले की जांच आगे बढ़ाई. कुल 22 लोगों की गिरफ्तारी बिहार व झारखंड से हुई. चार आरोपी जबलपुर से ले जाए गए. आरोपियों ने घर के आंगन स्थित कुंए, नाले में और घर में उक्त हथियार छुपा रखे थे. शेष हथियारों को वे बिहार-झारखंड के बदमाशों, कोल माफिया और नक्सलियों को बेच दिए थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जबलपुर कलेक्टर का आदेश: शहर में एक दिन छोड़ एक दिन खुलेंगी आमने-सामने की दुकानें

जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने फाइनल ईयर के 450 स्टूडेंटस के नामाकंन किए रद्द, नहीं दे सकेगे अब परीक्षा

एमपी के जबलपुर में पकड़ा गया शातिर बदमाश, एटीएम की टे्र में पेंचकस फंसाकर निकाल लेता था रुपया

एमपी के जबलपुर में 22 वर्षीय युवती के गर्भवती होते ही 62 वर्षीय वृद्ध ने किया शादी से इंकार..!

जबलपुर में प्रेमी युगल ने ट्रेन के सामने कूदकर दे दी जान, तीन दिन बाद युवती की थी शादी

Leave a Reply