पलपल संवाददाता, जबलपुर/मुरैना. मध्यप्रदेश के मुरैना स्थित शनिचरा वन क्षेत्र के दोनसा गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब ग्रामीणों ने 42 मोर को मृत हालत में देखा, इतने अधिक संख्या में हुई राष्ट्रीय पक्षी की मौत की खबर मिलते ही वन अधिकारी टीम सहित पहुंच गए, जिन्होने जांच के बाद कहा कि उक्त घटना को शिकारियों द्वारा अंजाम दिया जाना प्रतीत हो रहा है. मोर का पोस्टमार्टम बानमोर पशु चिकित्सालय में कराने के बाद बिसरा सेम्पल जांच के लिए जबलपुर व सागर के लैब भेजा गया है.
वन अधिकारियों के अनुसार शनिचरा वन क्षेत्र के दोनसा गांव में राष्ट्रीय पक्षी मोर बहुत पाए जाते है, जहां पर 16 जून को संदिग्ध हालात में 12 मोर की मौत हो गई, इसके बाद बीते दिन 30 मौत के शव खेतों में मिले, खेतों में मृत हालत में पड़े मोर देखकर ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया, आनन फानन इस बात की खबर वन विभाग के अधिकारियों को दी गई, जिसके चलते वे भी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद शवों को पोस्टमार्टम के बाद बिसरा सेम्पल सागर व जबलपुर के लैब जांच के लिए भेज दिया है, इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि मोर की मौत प्यास के कारण, जहरीला दाना खाने या फिर उनका शिकार किया गया है, अधिकारियों का मरने वालों में 12 नर मोर है 29 मादा है, गौरतलब है कि हर वर्ष वन विभाग द्वारा जंगल में पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाती है, जिससे जंगली जानवरों को प्यासा न रहना पड़े, लेकिन इस बार वन विभाग की टीम कुछ नहीं किया. वही अधिकारियों का कहना है कि खेत के पास से ही एक गंदे पानी का नाला निकला है, हो सकता है किसी ने नाले के पानी में जहरीला पदार्थ मिला दिया होगा, जिससे यह हादसा हुआ है, बिसरा जांच के बाद मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में मानूसन सक्रिय, 11 जिलों में हो सकती है भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट
मध्यप्रदेश की जेलों से कोरोना महामारी के चलते रिहा किये गये 4,500 कैदियों की पैरोल अवधि बढ़ी
बंदिशों के साथ एक जून से अनलॉक होगा मध्यप्रदेश, लागू रहेगी धारा 144
मध्यप्रदेश के लिए दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से पहुँची, 47.37 मीट्रिक आक्सीजन है
Leave a Reply