जबलपुर. पमरे के जबलपुर रेल मंडल अंतर्गत सिहोरा रेलवे स्टेशन केसमीप एक समपार में एक बड़ा हादसा उस समय टल गया, जब अचानक बीच फाटक पर एक बस फंस गई और गेट भी बंद नहीं हुआ और सामने से ट्रेनतेज रफ्तार से आ रही थी. यह तो रेल चालक की सतर्कता थी कि उसने फाटक पर बस को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया. बस में सवार 35 यात्रियों की जान सांसत में रही और वे बस से उतरकर भागते नजर आये.
बताया जाता है कि सिहोरा से जायसवाल बस सर्विस की गाड़ी क्रमांक एमपी 20 पीए 2269 सवारी लेकर खितौला रोड से निकल रही थी. खितौला समपार फाटक पर ट्रेन के आगमन के चलते माइक से गेट बंद होने का अनाउंसमेंट हो रहा था. बावजूद इसके ड्राइवर ने बस निकालने की कोशिश की. बस रेल पटरी के बीच में खराब हो गई. एक ओर का बैरियर गिर चुका था. जबकि दूसरी ओर का बैरियर गिरना शेष था.
कटनी की ओर से जबलपुर आ रही ट्रेन रेड सिग्नल देख रुक गई
ट्रेन कटनी से जबलपुर की ओर आ रही थी. यहां इंटरलॉक गेट है, जो सिहोरा से कनेक्ट है. गेट की सुरक्षा सेफ्टी इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जब तक दोनों ओर के गेट बंद नहीं होते, ग्रीन सिग्नल मिलेगा ही नहीं. यही इस मामले में भी हुआ. एक ही गेट बंद होने से रेड सिग्नल जलता रहा और ड्राइवर को ट्रेन रोकनी पड़ी.
रेल प्रशासन का यह कहना
दरअसल, मामले में गुरुवार 24 जून को वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे प्रशासन ने मामले में अपना पक्ष रखा. पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ राहुल जयपुरिया ने बताया कि बस गेट नंबर 336 पर खराब हुई थी. दोनों साइड का बैरियर बंद न होने तक रेड सिग्नल रहता है. यही कारण रहा कि ट्रेन बहुत पहले ही रुक गई थी. बस को हटाने के बाद ग्रीन सिग्नल देकर ट्रेन को रवाना किया गया. गेट पूरी तरह से सेफ्टी फीचर से लैस है. इस कारण यहां किसी हादसे की आशंका ही नहीं थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर की होटल विजन पैलेस के रुम में युवक की लाश मिलने से सनसनी
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