जांच में खुलासा: विक्टोरिया अस्पताल से छत्तीसगढ़ के युवक के नाम जारी हुआ सरकारी रेमडेसिविर इंजेक्शन

जांच में खुलासा: विक्टोरिया अस्पताल से छत्तीसगढ़ के युवक के नाम जारी हुआ सरकारी रेमडेसिविर इंजेक्शन

प्रेषित समय :11:09:46 AM / Fri, Jul 2nd, 2021

जबलपुर. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर जबलपुर एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. एसटीएफ के अनुसार विक्टोरिया जिला अस्पताल से जप्त दस्तावेजों की जांच में ये सामने आया है कि जारी किये गये रेमडेसिविर इंजेक्शन का एक लाभार्थी छत्तीसगढ़ के कोरबा का निकला.

जब एसटीएफ ने इस बात की तहकीकात की तो पता चला कि वह कभी जिंदगी में कभी जबलपुर आया ही नहीं. वह पूरी तरह से स्वस्थ है और कभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की उसे जरूरत ही नहीं पड़ी.

गौरतलब है कि विक्टोरिया अस्पताल के स्टोर रूम से सारे इंजेक्शन मेडिकल कॉलेज की डिमांड पर्ची और आधार कार्ड की फोटो प्रति के आधार पर एक ही व्यक्ति ने निकाले थे. एसटीएफ अप्रैल में आवंटित किए गए रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में दस्तावेजों की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ा रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.

एसटीएफ ने पूरा आवंटन रजिस्टर जप्त किया है, इसमें दर्ज आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से एक-एक रेमडेसिविर इंजेक्शन अनुदान पर लेने वालों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. इस खेल में शामिल आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से रजिस्टर में भी फर्जीवाड़ा किया है. कई आधार नंबर के पूरे अंक नहीं लिखे हैं तो इसी तरह मोबाइल नंबर भी कई में नौ अंक के ही दर्ज किए हैं.

एसटीएफ की जांच में ये भी सामने आया कि कई स्वस्थ लोगों के नाम पर भी रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किया गया है. इनका मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का प्रयोग कर इंजेक्शन विक्टोरिया अस्पताल में ये दर्शा कर निकाले गए कि ये मेडिकल के कोविड वार्ड में भर्ती हैं. इस तरह के लोग भी सामने आए हैं, जो मेडिकल में दूसरी बीमारियों से भर्ती थे, उन्हें भी कोविड मरीज बता कर उनके नाम से इंजेक्शन निकलवा लिए गए. एसटीएफ अब ऐसे लोगों को एक-एक कर बयान दर्ज कराने बुला रही है. कुछ को एसटीएफ गवाह भी बनाने की तैयारी में है.

उल्लेखनीय है कि 20 अप्रैल को एसटीएफ ने मेडिकल कॉलेज में ओपीडी पर्ची बनाने वाले गंगानगर गढ़ा निवासी कम्प्यूटर ऑपरेटर राहुल विश्वकर्मा व सुधीर सोनी, दीक्षितपुरा निवासी एवं संस्कारधानी हॉस्पिटल में कार्यरत राकेश मालवीय, दीक्षितपुरा निवासी एवं आशीष हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर नीरज साहू और लाइफ मेडीसिटी हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर जितेंद्र सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया था. आरोपियों के पास से 4 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 6 मोबाइल, 10 हजार 400 रुपए नकदी, कार एमपी 20 सीके 0830 को जप्त किया था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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