पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित कांचघर क्षेत्र में रहने वाले दम्पति ने परासिया छिंदवाड़ा की युवती को काम दिलाने के बहाने जबलपुर बुलाया, इसके बाद जयपुर राजस्थान ले जाकर डेढ़ लाख रुपए में बेच दिया. मानव तस्करी के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए जयपुर से युवती को बरामद कर दम्पति को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार बजरंग कालोनी कांचघर निवासी कृष्णकुमार उर्फ मोनू पिता मनमोहन रजक व उसकी पत्नी कीर्ति चौहान लम्बे समय से गरीब, भोली-भाली युवतियों को सुनहरे भविष्य के सपने दिखाकर उन्हे जयपुर राजस्थान में बेच देती रही. कृष्णकुमार व उनकी पत्नी कीर्ति के संपर्क में परासिया जिला छिंदवाड़ा में रहने वाली युवती आ गई, युवती को दम्पति ने जबलपुर में बेहतर काम दिलाने का भरोसा दिलाया, जिससे युवती भी दोनों के झांसे में आ गई, यहां तक कि 9 जून को युवती अपने परिजनों से भोपाल जाने का कहकर निकली और जबलपुर में कृष्णकुमार व कीर्ति के पास कांचघर स्थित घर पहुंच गई.
दम्पति ने युवती को अपने घर में रखा, इसके बाद दोनों अपने साथ युवती को घुमाने के बहाने जयपुर ले गए, जहां पर सांगानेर निवासी हनुमान पिता लक्ष्मण सिंह कुमावत की मदद से विसालू निवासी विनोद पिता रामस्वरुप पारिक के हाथ डेढ़ लाख रुपए में बेच दिया. इधर युवती के घर न लौटने से परिजन भी चितिंत हो गए, उन्होने अपने स्तर पर युवती का पता भी लगाया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी, इसके बाद पुलिस को सूचना दी. परासिया थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और युवती की तलाश शुरु कर दी, पुलिस तलाश करते हुए जयपुर पहुंच गई और युवती को परासिया में उसके परिजनों के हवाले कर दिया, पुलिस अब इस मामले में कृष्णकुमार रजक व उसकी पत्नी कीर्ति चौहान की तलाश में जुटी है, पुलिस का कहना है कि दम्पति ने और भी कई युवतियों को इस तरह से जयपुर में बेचा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश भाजपा में असंतोष की लहर, कार्यसमिति से साला बाहर, सास अंदर..!
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