एमपी के जबलपुर में अभाविप के दो गुटों में टकराव: भारी संख्या में पहुंचा पुलिस बल, देखें वीडियो

एमपी के जबलपुर में अभाविप के दो गुटों में टकराव: भारी संख्या में पहुंचा पुलिस बल, देखें वीडियो

प्रेषित समय :20:46:35 PM / Wed, Jul 21st, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित गुलौआ क्षेत्र में आज उस वक्त अफरातफरी व भगदड़ मच गई, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दो गुट आमने सामने हो गए. एक गुट इस्तीफा देने पहुंचा लेकिन प्रांत संगठन मंत्री ने इस्तीफा लेने से इंकार कर दिया. जिसपर टकराव के हालात निर्मित हो गए, खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी भारी बल के साथ मौके पर पहुंच गए, जिन्होने दोनों पक्षों को शांत कराया है. इसके बाद एक गुट ने सीएसपी गोरखपुर  को अपना इस्तीफा दे दिया.

बताया गया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर महाविद्यालय प्रमुख अभिषेक पांडे के नेतृत्व में आज शाम 5 बजे के लगभग करीब 20 पदाधिकारी गुलौआ चौक गढ़ा स्थित परिषद के कार्यालय पहुंच गए, जहां पर उन्होने प्रांत संगठन मंत्री विपिन गुप्ता को अपना इस्तीफा पेश किया, लेकिन उन्होने इस्तीफा लेने से इंकार कर दिया. जिसपर दोनों पक्षों के बीच बहस शुरु हो गया, जिसने कुछ ही देर में विवाद का रुप धारण कर दिया, दूसरे पक्ष के कार्यकर्ता भी एकत्र हो गए, देखते ही देखते झड़प होने लगी. इस बात की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी बल सहित पहुंच गए, जिन्होने दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस के सामने भी दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे, किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया गया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों को ही इस्तीफा दे दिया गया.

जिसमें अभिषेक पांडेय के अलावा अमन तिवारी, देवांश दुबे, आकाश खरे, तरुण तिवारी, नमन केशरवानी, सिद्धार्थ नायक, लक्ष्य पचौरी, जतिन कनौजिया, समर्थ ठाकुर, ईश्प्रीतसिंह, आयुष ठाकुर, अरविंद जायसवाल, हिमांशु माहिरे, देवांश शर्मा, साहिल चौबे, सक्षम श्रीवास्तव, रौनक जैन, सारांश साहू, नमन खरे, अभिराजसिंह ने इस्तीफा दिया है, इसके बाद वे लौट गए. इस्तीफा देने पहुंचे अभिषेक पांडेय ने कहा कि महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय में छात्रों से जुड़ी कई समस्याएं है लेकिन संगठन के पदाधिकारियों द्वारा कोई भी आंदोलन करने से रोक दिया जाता है, छात्रों के बीच रहकर उनकी आवाज न उठाने पर उनकी भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे है, इस कारण वे इस्तीफा देने पहुंचे थे, अब जल्द ही नया संगठन बनाकर छात्र हितों की आवाज उठाई जाएगी. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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