प्रदीप द्विवेदीः असंसदीय शब्द ही नहीं, दीदी-ओ-दीदी जैसे असंसदीय लहजे पर भी रोक लगे?

प्रदीप द्विवेदीः असंसदीय शब्द ही नहीं, दीदी-ओ-दीदी जैसे असंसदीय लहजे पर भी रोक लगे?

प्रेषित समय :06:50:24 AM / Tue, Aug 10th, 2021

न्यूज-व्यूज. मध्य प्रदेश में एक अच्छा प्रयास हुआ है, विधानसभा सचिवालय ने 40 पेज की असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह पुस्तिका तैयार की है, जिसका विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने विमोचन किया.

इसमें 23 नवंबर 1954 से लेकर 16 मार्च 2021 तक विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विलोपित किए गए शब्द एवं वाक्यांश शामिल हैं.

अब, विधानसभा में सदस्य- मूर्ख, चोर, पप्पू, निकम्मे, बेशर्म, पाखंडी, धोबी के कुत्ते की तरह, छुट्टे सांडों की तरह फिरना, कलमुंही, सफेदपोश गुंडे, बेशर्मों की तरह बैठना, मूर्खतापूर्ण, बेशर्म, झूठा, टुच्चा, ढोंगी, पाखंडी, नालायक, जमूरा, औकात, पापी, भाड़ में जाए, निकम्मा, भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री नहीं चलेगा, बकवास, अय्याशी, निकम्मी सरकार, धिक्कार, दस नंबरी, यार, मक्खनबाजी, भांड, चमचे, मिर्ची लगना, भ्रष्टाचारी, फालतू की बात, मोटी अकल, लल्लू मुख्यमंत्री, पागल, ढपोलशंखी, गप्पी दास, धिक्कार, ओछी, बंटाढार जैसे डेढ़ हजार से ज्यादा शब्द एवं वाक्यांश का उपयोग नहीं कर सकेंगे.

इस मौके पर विधानसभा के मानसरोवर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है तो सदस्य उसके पुजारी हैं, इसके प्रति आस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी सदस्यों की है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति, संस्कार, जीवन मूल्य और शिष्टता यह कहती है कि शब्दों का उचित चयन होना आवश्यक है. संसद तथा विधानसभा में विभिन्न विषयों को प्रस्तुत करते समय कभी-कभी क्रोध, आवेश या आक्रोश में ऐसे शब्द निकल जाते हैं, जो सामान्य शिष्टाचार की परिधि के बाहर होते हैं. शब्दों का चयन ऐसा होना चाहिए, जिससे कोई आहत न हो.

यह एक अच्छा प्रयास है तथा इसे केंद्र सहित विभिन्न राज्य सरकारों को भी इसे अपनाना चाहिए, यही नहीं, इसे सदन की सीमा के बाहर आम राजनीतिक जीवन में भी स्वीकार करना चाहिए, क्योंकि राजनीतिक फायदे के लिए पप्पू, फेंकू, दीदी-ओ-दीदी जैसे प्रयोगों ने आधुनिक नेताओं के सम्मान को ठेस ही पहुंचाई है!

बेहतर होगा, यदि असंसदीय शब्द ही नहीं, दीदी-ओ-दीदी जैसे असंसदीय लहजे पर भी रोक लगे?

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

एमपी के जबलपुर में पत्नी खाना बनाने में लेट हुई, पति ने नर्मदा नदी में कूदकर की आत्महत्या

एमपी के जबलपुर में विधायक इंदू तिवारी ने पकड़ा नकली आरआई..!, देखें वीडियो

एमपी के जबलपुर में विधायक इंदू तिवारी ने पकड़ा नकली आरआई..!

एमपी में 4 माह बाद हाईकोर्ट में चहल-पहल- कोर्ट रुम में 10 से ज्यादा को अनुमति नहीं, वर्चुअल सुनवाई का भी विकल्प

एमपी के 12 जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी

दिल्ली से इंदौर आ रही विस्तारा का विमान से पक्षी टकराया, करीब 100 यात्री सुरक्षित

दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में बारिश का अलर्ट, फिर से झमाझम बारिश की संभावना

बच्चे को अपना सरनेम चुनने का पूरा अधिकार, पिता नहीं बना सकता कोई दबाव: दिल्ली हाई कोर्ट

सोमवार से खुलेंगे दिल्ली के सभी साप्ताहिक बाजार, सीएम केजरीवाल ने कहा- कोविड प्रोटोकॉल्स का करें पालन

Leave a Reply