जबलपुर/भोपाल. राज्य शासन ने जबलपुर जिले में स्थित देशी तथा विदेशी शराब की फुटकर विक्रय दुकानों से बेची जा रही शराब का निर्धारित अधिकतम मूल्य से अधिक मूल्य पर बेचे जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जबलपुर जिले के सहायक आबकारी आयुक्त एसएन दुबे को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए उन्हें ग्वालियर अटैच करने का आदेश जारी किया है. वहीं इस मामले में एक सवाल यह उठ रहा है कि यह पूरा मामला आर्थिक अपराध का है, किंतु इस मामले की जांच ईओडबलू को सौंपे जाने की बजाय आबकारी विभाग के आला अधिकारी अपने अधिकारी को बचाने के लिए विभागीय जांच खुद ही करके कार्रवाई कर दिये, जिससे पूरे मामले में लीपापोती की जा सके.
बताया जाता है कि शराब का निर्धारित अधिकतम विक्रय मूल्य से अधिक मूल्य पर विक्रय जाने के मामले की की जांच शासन द्वारा वाणिज्यिक कर आयुक्त मध्य प्रदेश इंदौर के माध्यम से करवाया गया. वाणिज्यिक कर आयुक्त के निर्देश पर संभागीय उपायुक्त वाणिज्यिक कर जबलपुर संभाग-1 द्वारा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के दल गठित किये जाकर उन्हें 30 जुलाई 2021 को जबलपुर में स्थित कुछ विदेशी दुकानों में तथा दिनांक 4 अगस्त 2021 को कुछ देशी मदिरा दुकानों में मदिरा क्रय करने हेतु भेजा गया. अधिकारियों के दलों द्वारा मदिरा दुकानों में मदिरा का खरीद मूल्य पूछा गया, जिस पर उन्हें संबंधित दुकानों द्वारा जो विक्रय मूल्य बताया गया, वह विदेशी मदिरा के 180 एमएल के क्वार्टर के लिए उनके निर्धारित अधिकतम विक्रय मूल्य से 10 रुपए से 40 रुपए तक अधिक तथा तथा देशी मदिरला के 180 एमएल के क्वार्टर के लिए उनके निर्धारित अधिकतम विक्रय मूल्य से 10 रुपए से 25 रुपए तक अधिक था. जांच दलों के अधिकारियों द्वारा इन्हीं बताई गई कीमतों पर देशी तथा विदेशी मदिरा के 180 एमएल के क्वार्टर उनक दुकानों से खरीदे गये. साथ ही जांच दल ने उक्त दुकानों के स्टाफ से की गई बातचीत तथा वीडियो रिर्काडिंग भी की गई.
सहा. आबकारी आयुक्त की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान
जांच उपरांत जिले की देशी तथा विदेशी मदिरा दुकानों द्वारा निर्धारित अधिकतम विक्रय मूल्य से भी अधिक कीमत पर मदिरा का विक्रय करना पाया जाना जबलपुर जिला के प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त एसएन दुबे के अपर्याप्त एवं लापरवाही पूर्ण पर्यवेक्षण तथा नियंत्रण को प्रमाणित करता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि संबंधित मदिरा दुकानों के अनुज्ञप्तिधारी द्वारा एमआरपी से अधिक मूल्य पर मदिरा विक्रय किया जा कर नियम विरुद्ध तरीके से अनुचित लाभ अर्जित किया जा रहा है तथा जनता को भी मदिरा हेतु अधिक मूल्य देना पड़ रहा है. इस कार्य में एसएन दुबे की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.
सस्पेंड किया, ग्वालियर अटैच
उपरोक्त तथ्यों तथा प्रमाणों के आधार पर राज्य शासन ने एसएन दुबे सहाायक आबकारी आयुक्त जबलपुर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए निबंन अवधि मेें उनका मुख्यालय कार्यालय आबकारी आयुक्त ग्वालियर किया गया है.
ईओडबलू को सौंपे जांच तो बड़ा रैकेट का होगा खुलासा
बताया जाता है कि इस पूरे मामले में आबकारी विभाग के आला अधिकारी आनन-फानन में इसलिए जांच करके श्री दुबे को सस्पेंड कर दिया, ताकि महंगी शराब बेचकर जो काली कमाई की जा रही थी और उसका हिस्सा ऊपर तक बंट रहा था, उसकी आंच न आए, जबकि यह पूरा मामला आर्थिक अपराध का है, इसलिए ईओडबलू से जांच कराई जाती तो पूरे प्रदेश का बड़ा रैकेट का खुलासा हो सकता था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर के हिस्ट्रीशीटर बबलू पंडा की मंडला में हत्या, पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
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