पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में 18 महीने बाद आज से 6वीं से 8वीं के स्कूल खुल गए, कोरोना के डर के बीच आज स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या न के बराबर ही रही, इस बीच छात्र-छात्राओं में स्कूल में बैठकर पढ़ाई करने में सुखद अनुभूति हुई है, यहां तक के कुछ बच्चों का कहना था कि क्लास में बैठकर पढऩे का आनंद ही कुछ अलग है.
बताया जाता है कि शहर के बड़े स्कूलों से लेकर छोटे स्कूलों तक बच्चों की उपस्थिति कम रही लेकिन जितने भी बच्चे आए उनके चेहरों पर अलग ही खुशी रही, इस बीच कई बच्चों का कहना था कि उनके अभिभावकों ने स्कूल जाने के लिए सहमति दे दी है, कई बच्चे यह कहते भी नजर आए कि दोस्तों के साथ बैठकर पढ़ाई करने का अपना अलग आनंद है, मोबाइल से पढ़ाई तो हो रही थी लेकिन स्कूल में आकर पढ़ाई करना ज्यादा अच्छा है.
शहर के ही एमएलबी स्कूल में 6वीं से 8 वीं के सिर्फ 25 बच्चे ही आए जबकि इनकी संख्या 3 सौ के लगभग है, इसी तरह शहर के अन्य सरकारी व निजी स्कूलों का माहौल रहा, खासबात यह रही है कि स्कूलों द्वारा कोरोना गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है प्रवेश के वक्त ही सेनेटाइज कराया गया, सभी को मास्क पहनने के लिए कहा गया, इसके साथ ही क्लास रुम में सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया गया, सभी को दूर दूर बिठाया गया है. गौरतलब है कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी व निजी स्कूलों में बच्चों की संख्या करीब एक लाख है जिसमें पहले दिन आधे बच्चों को ही बुलाया गया था, इसके बाद भी बच्चों की संख्या करीब 15 प्रतिशत ही रही, यदि टीचरों के टीकाकरण की बात की जाए तो 6 हजार में 55सौ को पहला डोज लग चुका है, जल्द ही अन्य शिक्षकों को भी टीका लग जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक-सरताज का खास गुर्गा गिरफ्तार, दो बंदूक, 20 कारतूस बरामद
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