जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन और मण्डल रेल प्रबंधक के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी गैर-किराया राजस्व के तहत नई अभिनव गैर किराया राजस्व विचार योजना को कार्यान्वित करके अतिरिक्त आय अर्जित करने में उल्लेखनीय कदम बढ़ा रहे हैं. इस रेल कोच रेस्टॉरेंट में रेल उपयोगकर्ताओं के साथ- साथ आम जनता को भी उच्च गुणवत्ता वाली चौबीसों घंटे भोजन सेवा प्रदान करेगी और पर्यटन को भी आकर्षित करेगी.
इसी दिशा में कार्य करते हुए पमरे के जबलपुर और भोपाल मण्डलों ने 07 प्रमुख स्टेशनों पर रेल कोच रेस्टॉरेंट स्थापित करने के लिए अनुबंधों को अंतिम रूप दिया गया है. रेलवे स्टेशनों पर रेल कोच रेस्टोरेंट स्थापित करने के लिए खुली निविदा के माध्यम से गैर-किराया राजस्व नीति के तहत इन अनुबंधों को अंतिम रूप दे दिया गया है. यह रेल उपयोगकर्ताओं और आम जनता को एक नया अनुभव देगा और शहर को एक नयी पहचान भी मिलेगी. लाइसेंसधारी द्वारा पुराने कोच को नवीनीकरण कर की रेल कोच रेस्टॉरेंट में तब्दील किया जायेग. यह कोच रेलवे के सम्पति के रूप में रहेंगे. यह अनुबंध 5 साल की अवधि के लिए रहेगा. प्रत्येक स्थान पर 1200 वर्गफुट क्षेत्र उपलब्ध कराया गया है. इससे पश्चिम मध्य रेलवे को रुपए 4.80 करोड़ गैर-किराया राजस्व की अतिरिक्त आय होगी.
इन स्टेशनों में खुलेगा रेस्टारेंट
गैर किराया राजस्व योजना के तहत जबलपुर मण्डल ने जबलपुर, मदनमहल, कटनी मुड़वारा, सतना और रीवा स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया में रेल कोच रेस्टॉरेंट के लिए अनुबंध करके अंतिम रूप दिया गया. इस अनुबंध के 05 वर्ष की अवधि के लिए रेलवे को रुपये 3.33 करोड़ गैर किराया राजस्व प्राप्त होगा. इस रेल कोच रेस्टॉरेंट में रेल उपयोगकर्ताओं के साथ- साथ आम जनता को भी उच्च गुणवत्ता वाली चौबीसों घंटे भोजन सेवा प्रदान करेगी और पर्यटन को भी आकर्षित करेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सेवा की संगठन अभियान: भाजपा प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव पहुंचे जबलपुर, कार्यक्रम को लेकर की चर्चा
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