जबलपुर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (डबलूसीआरएमएस) के कब्जे का विवाद आज शुक्रवार 8 अक्टूबर को थाना पहुंच गया, जहां महामंत्री अशोक शर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता सिविल लाइन थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि संघ से सस्पेंड किये गये डॉ. आरपी भटनागर व कार्यकारी अध्यक्ष रहे अमित भटनागर (पिता-पुत्र) ने जबरन संघ के जोनल कार्यालय में ताला तोड़कर कब्जा कर लिया है. वहीं भटनागर की ओर से भी शिकायत की गई है, जिसमें अशोक शर्मा सहित कुछ पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं.
वहीं रेल मजदूर संघ के एक बड़े धड़े द्वारा 7 अक्टूबर गुरुवार को होटल डिलाइट में बुलाई संघ की कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से अध्यक्ष डॉ. भटनागर व उनके पुत्र कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ से सस्पेंड कर दिया था. इस खबर के मिलने के तुरंत बाद ही आज सुबह ही डॉ. भटनागर व अमित भटनागर मुंबई से जबलपुर वायुयान से पहुंचे और सीधे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 के बाहर संघ के जोनल कार्यालय पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं अपने हाथों में ली. जिसकी खबर लगते ही महामंत्री अशोक शर्मा, मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला, मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल, संयुक्त महामंत्री सतीष कुमार, श्यामकला श्रीवास्तव , संदीप श्रोती, धीरू मिश्रा, मंदीप सिंह, अनिल चौबे, आर.ए, सिंह, रिन्कू गुप्ता, हर्र्ष वर्मा, रोषन यादव, जे.पी. मीना, दीपक केसरी, तरूण बत्रा, ओ.पी. चौकसे, संतोष त्रिवेणी, मंतोष कुमार आदि सिविल लाइन थाना पहुंचे जहां पर संघ कार्यालय का ताला तोड़कर जबरन अनाधिकृत रूप से कब्जा जमाने की शिकायत दर्ज कराई. वहीं संघ के भटनागर गुट ने भी सिविल लाइन थाना में शिकायत दी है, जिसमें कहा गया है कि अशोक शर्मा व उनके साथियों द्वारा संघ कार्यालय का अवांछित व अवैधानिक दुरुपयोग किया जा रहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया है, जिसके कारण वे लोग गलत आरोप लगा रहे हैं, वे अभी भी संघ के अध्यक्ष हैं.
पमरे जीएम के पास पहुंचे दोनों गुट
वहीं मजदूर संघ के दो फाड़ होने का मामला थाना के बाद पमरे के महाप्रबंधक के पास पहुंच गया, जहां पर पहले डॉ. आरपी भटनागर, अमित भटनागर व उनके गुट के कुछ लोग जीएम से मिलने पहुंचे और अशोक शर्मा व उनके साथियों द्वारा बुलाई गई कार्यकारिणी की बैठक को अवैधानिक बताते हुए शर्मा को संघ से सस्पेंड करने की बात कहते हुए उनके (अशोक शर्मा) किसी भी निर्णय को मान्यता नहीं दिये जाने की मांग की. बाद में अशोक शर्मा के नेतृत्व में दूसरे गुट के लोग भी जीएम से मिलने पहुंचे, जहां पर डॉ. भटनागर व अमित भटनागर को कार्यकारिणी द्वारा संघ से सस्पेंड किया जाना विधि सम्मत बताते हुए भटनागर के निर्णय को मान्यता नहीं दिये जाने की बात कही.
संघ कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल रहा तैनात
वहीं आज सुबह से घटनाक्रम में पूरी तरह गर्मागर्मी रही, जैसे ही डॉ. भटनागर अपने पुत्र अमित के साथ प्लेन से जबलपुर पहुंचे, वैसे ही संघ कार्यालय में सरगर्मी बढ़ गई. तुरंत ही अशोक शर्मा गुट एक्शन में आया और थाना पहुंच गया, जिसके बाद भारी पुलिस बल संघ कार्यालय के बाहर जमा हो गया. वहीं थाना परिसर में भी गहमागहमी की स्थिति बनी रही.
दोनों गुटों में समझौते की खबर
वहीं सूत्रों के मुताबिक देर शाम तक दोनों गुटों (डा. भटनागर व अशोक शर्मा) के बीच उत्पन्न गंभीर विवाद का कोई सर्वमान्य हल निकालने के लिए कुछ प्रमुख व्यक्ति, जिनम दिल्ली में पदस्थ एक बड़े रेल अधिकारी के भी शामिल होने की खबर है, आपस में समझौता करने के लिए वार्ता की मेज पर बैठने के लिए कवायद करते रहे.
दिल्ली एनएफआईआर तक पहुंचा मामला
सूत्रों के मुताबिक यह पूरा मामला अब नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआईआर) मुख्यालय दिल्ली तक पहुंच गया है. दोनों गुटों द्वारा एनएफआईआर के जनरल सैक्रेट्री एम राघवैया तक मामले की पलपल की जानकारी पहुंचा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि अब इस मामले में एनएफआईआर का महत्वपूर्ण रोल होगा, वह जिसे भी अपना समर्थन देगा, वह ही पमरे में मजदूर संघ के अधिकृत संगठन के रूप में मान्य होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में पत्नी पर जानलेवा हमला, बीच बचाव करने पर छोटे भाई की पत्नी की हत्या कर फांसी पर झूला युवक
जबलपुर की शान मुस्कान किरार ने की विश्व रिकार्ड की बराबरी, एमपी को दिलाया संयुक्त गोल्ड मेडल
जबलपुर में फर्जी दस्तावेज बनाकर भाई ने हड़प लिया पैतृक घर..!
उड़ीसा से मोटर साइकल में गांजा लेकर जबलपुर आए मां-बेटे गिरफ्तार
Leave a Reply