जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के कर्मचारी संगठन वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ में चल रही उठापटक का अंतत: अंत हो गया. एनएफआईआर के सहायक महामंत्री व मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि संघ विरोधी गतिविधियों व भ्रष्टाचार के आरोपित संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर व उनके पुत्र भूतपूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ की मुख्यालय कार्यकारिणी की उच्च स्तरीय बैठक 7 अक्टूबर को आयोजित कर सर्वसहमति से पूर्ण बहुमत से निलंबित कर 3 दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस मांगा था.
उन्होंने बताया कि दोनों का स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर संघ के संविधान व रेलवे के प्रावधानों के अनुसार सागर में 16 अक्टूबर को आयोजित केन्द्रीय कार्यसमिति व सामान्य सभा की बैठक में संघ से निष्कासित कर दिया. वंशवादी व तुगलकी विचारधारा के तानाशाह उक्त दोनो भूतपूर्व पदाधिकारियों के निष्कासन पर पमरे प्रशासन ने विगत दिवस मुहर लगा दी है.
संघ के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय ने कहा कि किसानों के काले कृषि कानून की तर्ज पर श्रमिकों के लिए भी काले श्रम कानून बनाए जा रहा है. जिनको कम से कम रेलवे में हम लागू नहीं होने देंगे, इसके लिए एनएफआईआर के महामंत्री डॉ एम राघवैया लगातार सरकार पर दबाव बनाए हुए है.
संघ प्रवक्ता व संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार की मजूदर विरोधी नीतियो मौद्रीकरण, निगमीकरण व निजीकरण के खिलाफ लगातार संघ विरोध कर रहा है और रेल संपति रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों को पूंजीपतियों के यहां गिरवी रखने की सरकार की मंशा को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान संघ के मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, आरए सिंह, अवधेश तिवारी, जेपी मीना, दीना यादव, संदीप श्रोती, धीरू मिश्रा, अनिल चौबे, मंदीप सिंह, तरुण बत्रा, ओपी चौकसे आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में सीएम अन्नपूर्णा योजना का राशन दिए बिना हितग्राहियों का मशीन में लगवा लिया अंगूठा
एमपी के जबलपुर में खड़े ट्रक से टकराई जननी एक्सप्रेस के परखच्चे उड़े, गर्भस्थ शिशु सहित 5 की मौत
जबलपुर में 100 करोड़ वैक्सीनेशन पर कोरोना योद्धाओं का सम्मान
दमोह से जबलपुर पहुंचे तस्कर गिरफ्तार, भारी मात्रा में गांजा बरामद..!
Leave a Reply