नजरिया. एक वर्ष से चल रहे किसान आंदोलन को नजरअंदाज करने के बाद अब अचानक पीएम नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून समाप्त करने का ऐलान कर दिया, इसके बाद जहां बीजेपी के नेता त्वरित और आक्रामक टिप्पणियां करने से बचते रहे, वही कंगना जैसे मोदी समर्थक काफी परेशान नजर आ रहे हैं?
शायद उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ऐसा भी हो सकता है!
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करने के दौरान सबको चौंकाते हुए तीनों कृषि कानून समाप्त करने का ऐलान कर दिया?
इस फैसले से अनेक मोदी समर्थक ही कंगना रनौत की तरह नाराज हो गए हैं.
खबर है कि कंगना रनौत ने पीएम मोदी के फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए फैसले को दुखी, शर्मनाक और निश्चित तौर पर अनफेयर बताया है. खबरों की माने तो कंगना ने इंस्टा स्टोरी में लिखा कि- अगर संसद में बैठे लोगों की बजाय सड़क पर बैठे लोग कानून बनाएंगे तो जल्द ही ये देश एक जिहादी देश बन जाएगा.
यही नहीं, प्रमुख पत्रकार सुशांत सिन्हा ने ट्वीट किया- केन्द्र सरकार ने तीनों कृषि क़ानून वापस लेने का फ़ैसला लिया.
देश ने छप्पन इंच के सीने वाला पीएम चुना था @narendramodi जी, कुछ के विरोध के सामने, सियासी नफा-नुक़सान देखकर एक बड़े वर्ग के समर्थन के बावजूद झुक जानेवाला पीएम नहीं!
प्रधानमंत्री को अगर लगता है कि उनके निर्णय से “हाय हाय मोदी, मर जा मोदी” का नारा लगानेवाले कम हो जाएंगे तो यह उनका भ्रम है. हां, “मोदी है तो मुमकिन है” बोलने वालों की संख्या कुछ कम ज़रूर होगी, लिख लीजिए!
सियासी सयानों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस ऐलान से जहां किसान आंदोलन से जुड़े लोग इसे अपनी जीत मान कर उत्साहित हैं, वहीं पीएम मोदी के अनेक समर्थक इस फैसले से दुखी और नाराज हैं!
पलपल इंडिया ने कहा था- किसानों के तेवर बता रहे हैं कि कामयाबी उनके कदमों में होगी?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब कांग्रेस के रूठे अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू माने, संभाला कामकाज
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