नई दिल्ली. भारत की अंडर-23 वर्ग में सबसे तेज धाविका तरनजीत कौर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा प्रतियोगिता के दौरान किए गए डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं. दिल्ली की 20 साल की फर्राटा धाविका 2021 में देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले युवाओं में से एक थीं. उन्होंने यहां 27-29 सितंबर तक राष्ट्रीय अंडर-23 चैंपियनशिप में 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में क्रमश: 11.54 सेकेंड और 23.57 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीते थे.
इससे एक सप्ताह पहले उन्होंने राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप में 11.50 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ-साथ 100 मीटर में स्वर्ण और 200 मीटर में रजत (23.64 सेकेंड) अपने नाम किया. इस प्रतियोगिता को टोक्यो ओलंपिक के बाद आयोजित किया गया था और इसमें कई शीर्ष एथलीटों ने भाग नहीं लिया था. नाडा के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘हां, तरनजीत कौर प्रतियोगिता के दौरान नाडा के द्वारा डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई हैं.’
अभी इसे बारे में पता नहीं चला है कि कौर ने कौन सी प्रतिबंधित दवा का सेवन किया था और किस प्रतियोगिता के दौरान उनके डोप का नमूना लिया गया था. प्रतियोगिता के दौरान नमूना या तो राष्ट्रीय अंडर -23 चैंपियनशिप या राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप के दौरान लिया जा सकता है. ये दोनों प्रतियोगिताएं सितंबर में आयोजित की गई थी. नाडा अनुशासन समिति की सुनवाई के बाद अगर कौर को डोपिंग का दोषी पाया जाता है, तो वह चार साल तक के लिए प्रतिबंधित हो सकती है. यह पहली बार डोप अपराधियों की अधिकतम प्रतिबंध अवधि है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सेंचुरियन टेस्ट में भारतीय खिलाड़ियों ने लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी
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