नई दिल्ली. दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता के साथ इसे लेकर चिंताएं भी बढ़ रही हैं. बीते 24 घंटों में दुनियाभर के निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी बाजार में करीब 18 खरब डॉलर गंवा दिए. बिटक्वाइन के निवेशकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. वैश्विक बाजार पर नजर डालें तो बीते 24 घंटों में क्रिप्टोकरेंसी बाजार के कुल पूंजीकरण में 17-18 खरब डॉलर की गिरावट आई है.
भारतीय निवेशकों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय बिटक्वाइन में 7 फीसदी की गिरावट रही और यह 36,579 डॉलर के भाव पर पहुंच गई. रुपये के लिहाज से देखें तो शनिवार सुबह कारोबार के समय एक बिटक्वाइन का मूल्य 29,63,463 रुपये था. गिरावट के बावजूद बिटक्वाइन की कुल बाजार हिस्सेदारी 40.51 फीसदी के साथ सबसे ज्यादा बनी हुई है. दूसरी सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी इथीरियम में भी 9 फीसदी की जबरदस्त गिरावट दिखी और सुबह के कारोबार में यह 2,11,277.4 रुपये के भाव पर पहुंच गई.
क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin शनिवार सुबह गिरकर 0.14 डॉलर के भाव पर आ गया. यह अप्रैल 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है. पिछले 24 घंटों में इसमें 9 फीसदी की बड़ी गिरावट दिखी है. बीते साल जबरदस्त उछाल पाने वाली meme coin भी अपने पीक से 81 फीसदी नीचे आ चुकी है.
एक तरफ बिटक्वाइन सहित कई क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट दिख रही तो दूसरी ओर डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस का क्रिप्टो बाजार पूंजीकरण 123.14 फीसदी बढ़कर 120.97 अरब डॉलर पहुंच गया. इस बाजार की लोकप्रिय मुद्रा स्टेबलक्वाइन का मूल्य 115 अरब डॉलर हो गया है, जो कुल क्रिप्टो बाजार का करीब 7 फीसदी है. स्टेबलक्वाइन को डॉलर जैसी व्यवस्थित मुद्राओं अथवा सोने के साथ जोड़कर कारोबार किया जाता है, ताकि इसकी कीमतें स्थिर बनाई जा सके.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-SEBI ने जारी किए क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नए नियम
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