पलपल संवाददाता, मुरैना. एमपी के मुरैना स्थित महुआ गांव में एक युवती का चाचा व भतीजे ने अपहरण कर तीन दिन तक बलात्कार किया. परिजन जब थाना पहुंचे तो पुलिस ने दुराचार, अपहरण कर मामला दर्ज करने के बजाय गुम इंसान का प्रकरण दर्ज कर दस हजार रुपए की रिश्वत भी ले ली. इस ामले का खुलासा तो उस वक्त हुआ है जब कार्यवाही न होने पर परिजन महिला सेल पहुंच गए, जहां पर अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी.
बताया गया है कि महुआ गांव में पिछले दिनों मोनू उर्फ मनोज पिता रमेश शर्मा अपने चाचा हरिओम शर्मा के साथ आया और युवती को अपहरण कर ले गया, तीन दिन तक मुरैना के एक घर में रखा, जहां पर युवती के साथ मोनू व उसके चाचा हरिओम ने सामूहिक बलात्कार किया, इसके बाद सरसो के खेत में भी ले जाकर रेप किया. यहां तक कि युवती के भाई व भतीजे पहुंचे तो उन्हे गोली मारने की धमकी देकर भगा दिया. इस मामले की शिकायत लेकर भाई महुआ थाना पहुंचे तो टीआई पीएस यादव ने मामला दर्ज करने के एवज में दस हजार रुपए ले लिए, इसके बाद गुमशुदा इंसान का प्रकरण कायम कर लिया, पीडि़ता के परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक की मदद ली, परिजनों ने मामले की शिकायत महिला सेल में करते हुए युवती के साथ गैंगरेप किए जाने की जानकारी देते हुए बताया कि मामले में महुआ थाना पुलिस ने गुम इंसान का मामला कायम किया है.
पीडि़ता की करा दी कोरोना जांच-
इस मामले में जब क्षेत्रीय विधायक ने थानाप्रभारी से कहा तो युवती को तलाश कर लाए और मेडिकल के नाम पर कोरोना की जांच कराकर घर भेज दिया, वहीं दूसरी ओर आरोपियों द्वारा युवती के परिजनों को धमकी दी जा रही है, जिसकी शिकायत थाना में की लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया. इस मामले में अब पीडि़त युवती का मेडिकल कराकर रेप का प्रकरण दर्ज करने की मांग उठ रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मुरैना: सड़क हादसे का शिकार हुई पुलिस की गाड़ी, अलीगढ़ के एक दरोगा और दो सिपाहियों की मौत
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