जयपुर. जयपुर पुलिस ने एक वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है. खास बात यह कि गैंग का सरगना कोई पेशेवर बदमाश नहीं बल्कि राजस्थान पुलिस का ही एक कांस्टेबल कपिल शर्मा है. करणी विहार थाना पुलिस ने गैंग के सरगना सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से चुराए हुए नौ वाहन बरामद किए गये हैं. गिरोह के पकड़े जाने पर पुलिस कांस्टेबल के गैंग का सरगना होना सामने आया तो अफसर और साथी पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए. इस आरोपी पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ पहले रेप का मामला भी दर्ज हो चुका है। वह अपने पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था.
जयपुर कमिश्नरेट की डीसीपी वेस्ट ऋचा तोमर ने बताया कि जयपुर के करणी विहार थाना इलाके में 26 जनवरी को एक लग्जरी कार चोरी हो गई थी. पिछले दिनों यही कार दिल्ली हाइवे पर मानेसर से भिवाड़ी की तरफ जाने की सूचना पर मिली. नाकाबंदी में यह कार पकड़ी गई. जांच में पता चला कि कार को फर्जी रजिस्ट्रेशन की नंबर प्लेट लगाकर चलाया जा रहा है. पूछताछ में कार चालक विकास ने बताया कि यह कार उसके दोस्त कपिल शर्मा की है. वह जयपुर में गांधी नगर में रहता है.
इस पर करणी विहार पुलिस ने कपिल शर्मा को नामजद कर तलाश शुरू की. कपिल राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल है. उसको पकड़कर पूछताछ की गई तो वाहन चोरी की बड़ी गैंग का खुलासा हुआ. इसके बाद पुलिस ने गैंग में शामिल कपिल और उसके चार साथियों जितेंद्र सिंह, राजेश कुमार मीणा, दीनदयाल उर्फ दीनू और जगदीश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. उनके कब्जे से चुराई हुई 9 गाड़ियां बरामद कर ली. इसमें जगदीश का गाड़ियों का वर्कशॉप है. उसके खिलाफ उदयपुर में 3 मुकदमे दर्ज हैं. वहीं जितेंद्र और राजेश मीना के खिलाफ भी जयपुर में जवाहर नगर थाने में चोरी के केस दर्ज हैं.2015 बैच का सिपाही है कपिल
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट का कांस्टेबल कपिल शर्मा 2015 बैच का सिपाही है. उसके पिता भी राजस्थान पुलिस में एएसआई थे. पिता की मृत्यु के बाद कपिल शर्मा अनुकंपा नियुक्ति पर राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था. मई 2018 में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद कपिल को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में रिजर्व पुलिस लाइन में प्रोबेशन पर नियुक्ति दी गई थी.
वर्ष 2018 में ही कपिल के खिलाफ ज्योति नगर थाने में एक लड़की से रेप का मामला दर्ज हुआ था. इसमें कपिल शर्मा 22 मई 2019 को गिरफ्तार हुआ. दुष्कर्म के मुकदमे में कपिल करीब साढ़े 3 महीने तक जयपुर की सेंट्रल जेल में रहा. 4 सितंबर 2019 को कपिल जमानत पर जेल से बाहर आ गया. इसके बाद कपिल को निलंबित कर दिया गया. उसका मुख्यालय भिवाड़ी पुलिस जिला रखा गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बीजेपी को राजस्थान हाईकोर्ट से बड़ा झटका, रीट धांधली में नहीं होगी CBI जांच
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