पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस अधीक्षक भले ही छोटे से छोटे मामले में संवेदनशीलता दिखाते हो लेकिन थाना का रवैया पुलिस अधिकारियों की छबि को धूमिल कर देता है, ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है, जहां पर महिला की पीड़ा थाना की पुलिस ने नहीं और दुत्कार कर भगा दिया, जिसपर पीडि़ता अन्य महिलाओं के साथ एसपी आफिस के सामने सड़क पर धरना देकर बैठ गई. महिला ने जमकर नारेबाजी की, यहां पर महिला के साथ सिविल लाइन पुलिस ने अमानवीय व्यवहार किया.
बताया गया है कि गोराबाजार के शारदा मंदिर भीटा क्षेत्र में रहने वाले दम्पति के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, जिसपर पति अपने दो साल के बेटे को लेकर चला गया, यहां तक कि पत्नी रेशमा पटेल को धमकी दी कि जान से मार देगा, महिला अपनी शिकायत लेकर गोराबाजार थाना पहुंची तो उसे ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने अभद्रता करते हुए भगा दिया, तीन दिन तक कोई कार्यवाही न होने से व्यथित महिला आज कुछ अन्य महिलाओं के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने सड़क पर धरना देकर बैठ गई.
महिला का कहना था कि थाना की पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी है इसलिए वह एसपी आफिस पहुंची है, पीडि़ता ने यहां तक कहा कि वह तीन दिन से गोराबाजार थाना में पुलिस के समक्ष अपनी गुहार लगा रही है, लेकिन पुलिस कर्मियों द्वारा दुत्कार कर भगा दिया जा रहा है. एसपी आफिस के सामने सड़क पर बैठी महिलाओं को उठाने के लिए दोपहर के वक्त सिविल लाइन थाना की महिला पुलिस पहुंच गई, यहां पर भी पुलिस कर्मियों ने पीडि़ता को जबरन उठाया, इस धक्कामुक्की में महिला सड़क पर ही बेहोश होकर गिर गई, महिला के बेहोश होते ही फिर जमकर हंगामा होने लगा. इधर गोराबाजार पुलिस का कहना है कि कृपाल व रेश्मा पटैल का झगड़ा हुआ था, पुलिस ने मामले में रेशमा पटैल की शिकायत पर दबिश दी थी, पीडि़ता को थाना बुलाया गया है लेकिन वह नहीं आई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में डुमना विमानतल पर रनवे पर फिसली एयरइंडिया की फ्लाइट, मचा हड़कम्प, देखें वीडियो
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