नजरिया. इनदिनों सियासी चर्चाएं चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कांग्रेस की करीबी पर फोकस हैं, तो बड़ा सवाल यही है कि बार-बार पीके कांग्रेस की ओर क्यों जा रहे हैं?
दरअसल, पीके कांग्रेस की सियासी ताकत जानते-पहचानते हैं!
उन्हें पता है कि देश में कांग्रेस की सियासी जड़ें बहुत गहरी हैं, लिहाजा बीजेपी को केवल कांग्रेस ही मात दे सकती है, बस, कांग्रेस का पॉलिटिकल मेनेजमेंट सही हो जाए?
सियासी सूत्रों के हवाले से खबरें हैं कि.... पीके कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी भूमिका क्या होगी, इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी!
खबरों की मानें तो सोनिया गांधी ने सोमवार शाम को इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की थी और अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ विचार-विमर्श करके अंतिम निर्णय लिया जाएगा?
दरअसल, पीके अपनी राजनीतिक योग्यता पहले ही साबित कर चुके हैं, लेकिन उन्हें पता है कि मोदी टीम अब उन्हें आगे नहीं आने देगी, इसलिए बीजेपी में उनके लिए कुछ खास संभावनाएं नहीं हैं, जबकि कांग्रेस में सियासी मैदान खाली है, यदि वे कांग्रेस को बेहतर करके दिखा देते हैं, तो वे चुनावी रणनीति में सबसे ताकतवर बनकर उभरेंगे!
वैसे, उनके सियासी रिश्ते पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ भी अच्छे हैं, लेकिन पीके जानते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता दीदी कितनी ही ताकतवर हो, पश्चिम बंगाल से बाहर कुछ खास हासिल करना बेहद मुश्किल है?
सियासी सयानों का मानना है कि कांग्रेस के पास देशभर में लोकसभा की ढाई सौ से ज्यादा ऐसी सीटें हैं, जहां यदि अच्छी तैयारी के साथ चुनाव लड़ा जाए, तो जीत मिल सकती है, क्योंकि अब पीएम मोदी का सियासी जादू लगभग खत्म हो गया है और जनता के अच्छे दिनों के सपने टूट गए हैं!
देखना दिलचस्प होगा कि पीके कांग्रेस के लिए भी धमाकेदार रणनीति बना पाते हैं या नहीं?
पल-पल इंडिया ने बहुत पहले कहा था, जो प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन में सामने आया है! पीके को भी कांग्रेस की जरूरत है, क्योंकि....
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1516085020166791174
https://palpalindia.com/2022/04/18/politics-Pal-Pal-India-Prashant-Kishor-Presentation-PK-Congress-Media-Political-Analysis-news-in-hindi.html
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