नजरिया. वर्ष 2014 के बाद पीएम मोदी और उनकी टीम ने जिस तरह का सियासी व्यवहार अपने ही लोगों के साथ किया है, उसके नतीजे आने शुरू हो गए हैं?
देश की एक लोकसभा और चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है, बोले तो.... पांच सीटों में से एक भी सीट बीजेपी के खाते में नहीं आई है, एकदम खाली झोली!
मोदी टीम ने अपने सक्षम नेताओं को किनारे करते हुए, गैर-भाजपाई नेताओं का जिस तरह से बीजेपी में सियासी स्वागत किया, उसके कारण मूल भाजपाई तो निराशा हुए ही, बाद में गैर-भाजपाई भी बीजेपी छोड़कर चले गए?
पश्चिम बंगाल में जिस तरह से टीएमसी से आए नेताओं को महत्व मिला, उसने मूल भाजपाइयों को बीजेपी के प्रति उदासीन कर दिया और जब बीजेपी हार गई तो टीएमसी से आए नेता भी बीजेपी को छोड़कर फिर से टीएमसी में पहुंच गए.
अब, बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी आदि के कारण एक ओर तो मोदी राज से जनता नाराज है, तो दूसरी ओर पार्टी कार्यकर्ता उदासीन हैं, जिसका असर चुनाव परिणामों पर नजर आ रहा है?
पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा क़रीब तीन लाख वोटों से जीत गए हैं, तो बालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बाबुल सुप्रियो जीत गए हैं.
ये दोनों कभी बीजेपी के बड़े नेता थे, लेकिन मोदी टीम के कारण बीजेपी छोड़ने को मजबूर हुए?
इन दोनों के साथ मोदी टीम ने कैसा सियासी व्यवहार किया, यह जगजाहिर है!
इसीलिए, बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करते हुए लिखा- मैं बीजेपी के उन ईर्ष्यालु नेताओं के चेहरे देखना चाहता हंू, जिन्होंने कभी भी आसनसोल के लिए मेरी मेहनत को स्वीकार नहीं किया और उन्होंने यह कहकर मेरा मज़ाक उड़ाया कि यहां से एक माचिस की तीली भी बीजेपी की जीत सकती है, शुक्रिया आसनसोल आपने उन्हें एक करारा जवाब दिया है!
उधर, बिहार की बोचहां विधानसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार अमर पासवान जीते हैं, जिन्होंने बीजेपी की बेबी कुमारी को 36 हजार से ज्यादा वोट से हराया है.
महाराष्ट्र की कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जाधव जयश्री ने बीजेपी उम्मीदवार को 18,000 से अधिक वोट से हराया है, तो छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा सीट से राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस ने जीत हासिल की है.
सियासी सयानों का कहना है कि कांग्रेस मुक्त भारत का सपना तो शायद कभी भी साकार नहीं होगा, पर इस बार बीजेपी मुक्त उपचुनाव के नतीजे जरूर आए हैं, क्या मूल भाजपाई अब भी खामोश रहेंगे?
जय श्रीराम! शत्रुघ्न सिन्हा का अघोषित सियासी वनवास खत्म, अब जमेगा राजनीतिक रंग?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1515365513609633796
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