नजरिया. देश के मासूम न्यूज चैनल एंकरों को समझ नहीं आ रहा कि हनुमान चालीसा पढ़ना कैसे अपराध हो गया?
शायद, एकतरफा खबरों के विरोध में जब कोई इन न्यूज चैनल के दफ्तरों पर हनुमान चालीसा पढ़ेगा, तब समझ में आ जाएगा?
इन न्यूज चैनल को हनुमान चालीसा तो समझ में आ रही है, लेकिन इसकी आड़ में चल रही धर्म की गंदी राजनीति नजर नहीं आ रही है?
खबर है कि.... महाराष्ट्र में शुरू हुए हनुमान चालीसा विवाद पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि- भारतीय जनता पार्टी ने हिंदुत्व के नाम पर जो हंगामा शुरू किया है, उसका समर्थन नहीं किया जा सकता, हिंदुत्व एक संस्कार एवं संस्कृति है, हंगामा नहीं!
शिवसेना का कहना है कि महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिबंधित नहीं है, इसके बावजूद राणा दंपत्ति- अमरावती सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा, मातोश्री के सामने ही इसका पाठ क्यों करना चाहते थे?
शिवसेना का तो यह कहना है कि- वे राष्ट्रीय स्तर पर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहते थे, तो उन्हें मातोश्री के बजाय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर इसका पाठ करना चाहिए था?
सामना में लिखा गया कि- हनुमान चालीसा पर किसी राज्य ने प्रतिबंध नहीं लगाया है, इसके बावजूद मातोश्री पर जाकर पाठ करने का हठ क्यों?
दरअसल, भाजपा ने ही राणा दंपती को आगे करके मुंबई का माहौल खराब करने की योजना बनाई थी, उसी आदेश के अनुसार सब कुछ किया गया, लेकिन शिवसैनिक आक्रोशित हो उठे और राणा दंपत्ति का निकलना मुश्किल हो गया!
सियासी सयानों का कहना है कि यदि न्यूज एंकरों को अब तक भी समझ में नहीं आया हो, तो.... बॉम्बे हाईकोर्ट की खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए, सब समझ में आ जाएगा?
चलते-चलते.... महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि- अगर आप घर पर हनुमान चालीसा पढ़ना चाहते हैं, तो स्वागत है... लेकिन, यदि दादागीरी करोगे तो हमें पता है कि कैसे इससे निपटना है?
शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे ने ये हमें हिन्दुत्व के जरिये सिखाया है!
पल-पल इंडिया में लिखा था- प्रधानमंत्री के घर पर हनुमान चालीसा पढ़ें, तो कैसा रहेगा? और अब....
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1518618985209626626
साहेब! किसी झूठे हिन्दू प्रधानमंत्री के विरोध में कोई उनके घर पर जाकर हनुमान चालीसा पढ़े, तो कैसा रहेगा?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1517896127059677184
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अभिमनोजः छोटे दल की बड़ी सलाह- एनडीए में हो सकती है खराब स्थिति, उससे पहले बना लें समन्वय समिति?
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