नजरिया. इस वक्त सत्ता में बैठे ज्यादातर नेताओं की प्राथमिकता प्रचार है, ऐसे प्रचारजीवियों से हटकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपना ज्यादातर समय कार्यों पर फोकस कर रहे हैं?
न तो वे बार-बार कपड़े बदलते हैं और न ही कोरे जुमले उछालते हैं, यही वजह है कि यूपी विधानसभा चुनाव में तमाम सियासी आंशकाओं को ढेर करते हुए कामयाबी का परचम लहराने में वे कामयाब रहे हैं!
खबर है कि सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि पिछले दिनों सेक्टरवार 10 प्रस्तुतीकरण किए गए हैं, जिनके लिए 10 वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए, जिनकी जिम्मेदारी होगी कि वे कार्ययोजना के क्रियान्वयन और प्रगति की सतत निगरानी करें?
उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने विभिन्न विभागों के कामकाज को प्रभावी बनाने के लिए सभी विभागों को दस सेक्टरों में बांटते हुए सभी के लिए सौ दिन और छह माह के लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं.
ये विभाग दस सेक्टरों- कृषि उत्पादन, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, नगरीय विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास, पर्यटन एवं संस्कृति, राजस्व संग्रह और विविध में बंटे हैं.
इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को अलग-अलग सेक्टर का नोडल अधिकारी बनाया जाएगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि ये नोडल अधिकारी कार्ययोजना के क्रियान्वयन की लगातार निगरानी करेंगे.
कोई भी सरकारी योजना असरदार तभी हो सकती है, जब इसके क्रियान्वयन पर लगातार नजर रखी जाए.
यदि योगी सरकार ऐसे एक्शन में कामयाब होती है, तो लोकसभा चुनाव में योगी मॉडल लोकप्रियता की बुलंदियों पर होगा!
अच्छे दिन का मोदी मॉडल फेल? अब तो योगी मॉडल लोकप्रिय हो रहा है!
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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अभिमनोजः अच्छे दिन का मोदी मॉडल फेल? अब तो योगी मॉडल लोकप्रिय हो रहा है! news in hindi https://t.co/3C8xyaD2vM
— Palpalindia.com (@PalpalIndia) May 15, 2022
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