मंगल दोष एवं प्रेम विवाह

मंगल दोष एवं प्रेम विवाह

प्रेषित समय :20:41:18 PM / Mon, Jun 13th, 2022

आजकल यह चल रहा है कि जो लड़की पसंद आ जाए वही ठीक है लेकिन यह बड़ी भूल की बात है क्योंकि जब तक वर वधु का मानसिक तत्व, शारीरिक तत्व, बुद्धि भेद, धार्मिक भेद आदि का परस्पर मेल न हो तब तक विवाह का संबंध सुखदायी नहीं हो सकता. कुंडली मिलान यानि वर वधु के मन का मिलान है जब तक मन नहीं मिलेंगे विवाह सफल नहीं हो सकता है. विवाह की सफलता के लिए मिलान आवश्यक है. सभी राशियों के अग्नि तत्व, जल तत्व, वायु तत्व, आकाश तत्व एवं पृथ्वी तत्व होते हैं.

उदाहरण - यदि अग्नि तत्व वाले का विवाह जल तत्व वाले से कर दिया जाए तो परिणाम स्वरूप वे एक दूसरे के जीवन पर्यन्त शत्रु बने रहेंगे. अतः विवाह में मंगल दोष, प्रेम विवाह, विच्छेद आदि के कारण दाम्पत्य जीवन कष्टमय न हो मंगल दोष मंगल जब वर या कन्या की कुंडली में 2, 4, 7, 8, 12 स्थान पर होता है तब मंगल दोष होता है अर्थात वर की कुंडली में स्त्री हंता योग एवं कन्या की कुंडली में वैधव्य योग होता है. मंगल के समान ही शनि दोष पर भी विचार करना चाहिए. यदि कन्या की कुंडली में लग्न से अष्टम भाव में शनि या अन्य कोई पाप ग्रह बैठा हो और विशेष कर नीच हो या शत्रु गृही हो या नीच वर्ग का हो तो पति के लिए अनिष्टकारी होता है. यदि वर की कुंडली में द्वितीय सप्तम स्थानों में पाप ग्रह हो तो भी स्त्रीहंता योग होता है. अभिप्राय यह है कि यदि कन्या की कुंडली में मंगल दोष अथवा शनि दोष हो तो उसका विवाह मंगल दोष या शनि दोष वाले वर के साथ (सभी मिलान ठीक हो तो) किया जा सकता है. 
मंगल दोष को लग्न, चंद्र, सूर्य, आदि से विचार करना चाहिए ताकि दाम्पत्य जीवन सुखमय बना रहे. 

प्रेम विवाह के कुछ योग

 1. पांचवा भाव या इसका स्वामी ग्रह किसी प्रकार भी लग्न या सातवें भाव से संबंधित हो तो प्रेम विवाह होता है.
 2. यदि सातवां भावा या सातवें भाव का स्वामी किसी भी प्रकार लग्न पाचवें या ग्यारहवें भाव से संबंधित हो जाए तो प्रेम विवाह होता है. 
3. पंचमाधिपति की उच्च राशि में राहु या केंद्र स्थित हो. 
4. सप्तमेश अगर सप्तम में शुक्र के साथ बैठा हो तो लाभेश और लाभस्थ ग्रह पंचम या सप्तम भाव संबंधित हो तथा शुभ लग्न पंचम और सप्तम से संबंध स्थापित करे.
 5. नवमेश की युति पंचमेश या सप्तमेश के साथ हो तो प्रेम विवाह होता है.
 6. यदि सप्तमेश या पंचमेश नीच राशि में हो तो अंतरजातीय विवाह होता है. 

Khushi Soni Verma

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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