मोरबी. गुजरात के मोरबी जिले के रहने वाले दो लोगों को 12 जून की शाम पटरी पर ईंटें रखकर सवारी गाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में जानकारी मिली है कि मुख्य आरोपी अकबर प्रयागराज हिंसा के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाए जाने का बदला लेना चाहता था. इसके लिए उसने पैसे देकर अपने एक साथी को इस काम में मदद करने के लिए तैयार किया.
राजकोट डिवीजन के उपाधीक्षक जे.के.जाला ने बताया, रेलवे अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ वांकानेर-मोरबी डीएमयू सवारी गाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. गहन जांच के बाद हमने इन दो लोगों की पहचान की. उन्होंने आगे बताया कि दोनों आरोपी दिहाड़ी मजदूर हैं. दोनों की पहचान वांकानेर कस्बे के निवासी अकबर मियां और वांकानेर तालुका के चंद्रपुर गांव के निवासी कोली के तौर पर की गई है.
डेमू ट्रेन चालक की सतर्कता से टला हादसा
12 जून की शाम करीब चार बजे मकनसर-वांकानेर स्टेशन के बीच आ रही डेमू ट्रेन के चालक सलीमभाई मंसूरी ने रेलवे ट्रैक पर अवरोध देखा तो तुरंत डेमू ट्रेन का इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया. हालांकि, इसके बाद भी ट्रेन का इंजन पटरियों पर रखीं ईंटों से टकरा गया था. लेकिन इससे इंजन या रेलवे ट्रैक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. सलीम भाई ने तुरंत इसकी जानकारी राजकोट रेलवे इंजीनियर कंट्रोल रूम को दी.
एक घंटे बाद रवाना हुई ट्रेन
सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम से अधिकारियों व इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची. इंजन और रेलवे ट्रैक का पूरा निरीक्षण करने के बाद ट्रेन के एक घंटे बाद वांकानेर रेलवे स्टेशन के लिए रवाना कर दिया गया था. रेलवे पुलिस ने तकनीकी एवं मानवीय निगरानी के आधार पर दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
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