प्रदीप द्विवेदी. मध्य प्रदेश के ताजा चुनावों को लेकर देश के प्रमुख पत्रकार आशीष व्यास का कहना है कि- बीजेपी के लिए यह आत्म विश्लेषण का समय है!
जी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ न्यूज चैनल पर आपकी आवाज लाइव.... क्या कहते हैं निकाय के नतीजे, 2023 से पहले क्या है वोटर का मूड? में आशीष व्यास ने मध्य प्रदेश के ताजा राजनीतिक हालातों का विस्तार से विश्लेषण किया, उन्होंने कहा कि- बयानबाजी में बीजेपी नेता जो भी दावा करें, लेकिन बीजेपी के लिए एक गंभीर आत्म विश्लेषण का दौर शुरू हो चुका है?
याद रहे, मध्य प्रदेश में अगले साल 2023 में विधानसभा का चुनाव होने हैं, लिहाजा उससे पहले राज्य में हुए निकाय चुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा था.
नगर निगम चुनाव के नतीजे यह तो बताते हैं कि प्रदेश में बीजेपी अभी भी आगे है, लेकिन इस चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस के लिए भी सियासी उम्मीदों के पंख लगा दिए है, क्योंकि अनेक जगहों पर कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी, तो कई जगहों पर तो मात भी दे दी है.
खबरें हैं कि.... पिछली बार सभी 16 नगर निगमों पर बीजेपी का ही कब्जा था, लेकिन इस बार उसके हाथ से 7 नगर निगम निकल गए हैं, इस बार ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, छिंदवाड़ा और मुरैना में जहां कांग्रेस को जीत मिली है, वहीं कटनी में निर्दलीय, तो संगरौली में आप की महापौर उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.
देखना दिलचस्प होगा कि अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपनी प्रादेशिक सत्ता कैसे बचाती है?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी हाईकोर्ट ने सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति के मामले में आरक्षण देने से किया इंकार
एमपी विद्युत मंडल अभियंता संघ ने की 7वें वेतन आयोग के मुताबिक तत्काल समस्त भत्तों के भुगतान की मांग
एमपी के जबलपुर की 4 नगर परिषद पाटन, शहपुरा, मझौली, कटंगी में भाजपा ने परचम लहराया
एमपी के जबलपुर में मंत्री के घर से भारी मात्रा में शराब मिली, अनाज के बीच छिपाकर रखा गया था जखीरा
अभिमनोजः एमपी के नतीजे बीजेपी की बेचैनी, कांग्रेस की कोशिशें और आप की उम्मीदें बढ़ानेवाले हैं?
Leave a Reply