कोटा. ऑल इंडिया रेलवेमैन्स फैडरेशन के आव्हान पर आज देश भर में रेलकर्मचारियों ने लाल झंडे के नेतृत्व में रेल बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत भारतीय रेल को विभिन्न स्टेशनों एवं कार्यस्थलों पर निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किये.
सहायक मंडल सचिव नरेश मालव ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों में भी रेल बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन आयोजित किये गये. कोटा मंडल में कोटा, गंगापुरसिटी, भरतपुर, बयाना, सवाईमाधोपुर सहित कई स्टेशनों पर रेलकर्मचारियों ने नारे बाजी कर निजीकरण के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया.
गंगापुरसिटी में यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव के नेतृत्व में रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया. वहीं कोटा में जोनल कोषाध्यक्ष इरशाद खान के नेतृत्व में स्टेशन परिसर के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में आम सभा आयोजित हुई. जिसमें सभी विभागों के रेलकर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी के साथ रेल निजीकरण की मुखाल्फत की.
आम सभा को संबाधित करते हुये कोषाध्यक्ष इरशाद खान एवं सहायक मंउल सचिव नरेश मालव ने केन्द्र सरकार को चेताया कि फैडरेशन एवं यूनियन रेलवे की सम्पत्ति का बेचने एवं रेल का निजीकरण करने के शुरू से खिलाफ रही है यदि सरकार ने समय रहते निजीकरण को बन्द नहीं किया तो रेलवे में बड़े आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जायेगी क्योंकि रेलवे के निजीकरण से ना केवल रेलकमज़्चारी वरन् आम जनता भी बुरी तरह प्रभावित होगी.
कोटा में हुई आम सभा में राजकुमार सरसिया, दीपक राठौर, आईडी दुबे, उदयप्रकाश मीणा, संजय चौहान, मनजीत सिंह बग्गा, जफर मोहम्मद, धर्मेन्द्र, गौरव, अरविन्द, सुषमा राठौर, ज्योति शर्मा, शिवानी शर्मा, बबीता चौहान, नेहा सिंह, मुजीब, राकेश, प्रशान्त, हरिकेश, कमलेश मीणा, ओपी कश्यप, सत्यनारायण, राजेश पारेता, देवेन्द्र पाल, चरणजीत, देवीसिंह भाटी सहित सैंकड़ों रेलकर्मचारी उपस्थित थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पीएम मोदी का आव्हान : अपने आसपास के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का दौरा करें, यह है कारण
2 रेलवे स्टेशन मास्टर पर एफआईआर, महिला यात्री को नहीं दी थी टॉयलेट की चाबी
एआईआरएफ की मांग पर रेलवे बोर्ड का निर्णय: सभी रेलकर्मचारियों को मिलेगा रात्रि डयूटी भत्ता
Leave a Reply