राजगढ़. एमपी के राजगढ़ जिले में हुई भारी वर्षा के कारण बेसहारा मवेशियों क़ो भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला तलेन क्षेत्र में सामने आया है. यहां भारी वर्षा देखकर प्रीतम गोशाला के दो कर्मचारी गौशाला में ताला लगाकर चले गए. इसके बाद उगल नदी में आई बाढ़ का पानी गौशाला में भर गया. द्वार पर ताला लगा होने से गायें बाहर नहीं निकल पाईं और बाढ़ के पानी में बह गईं. 55 मवेशियों के मौत की सूचना है. पुलिस ने इस मामले में गोशाला संचालक समेत तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तलेन थाने के गांव निंद्राखेड़ी में प्रीतम महाराज द्वारा गौशाला का संचालन किया जाता है. शासकीय अनुदान प्राप्त इस गौशाला में मजदूर के रूप में रतनलाल निवासी रेठानी व मोहनलाल बेलदार निवासी निंद्राखेड़ी काम करते हैं. 22 अगस्त को जब तेज वर्षा हुई तो यह दोनों कर्मचारी गो शाला में ताला लगाकर चले गए. इसके बाद उगल नदी उफान पर आ गई व 55 मवेशियों की तड़पने के कारण मौत हो गई. तलेन निवासी राज पुष्पद ने थाने पहुंचकर शिकायत की है कि प्रीतम महाराज व दोनो कामगारों द्वारा जानबूझकर गौशाला परिसर में ताला लगा दिया, जिससे बाढ़ का पानी भराने से गायों की मौत हो गई. इतना ही नहीं, गायों की मौत की जानकारी उन्होंने किसी क़ो नहीं दी और गायों की मौत के बाद 23 अगस्त शाम 4 बजे उन्होंने इनके शव नदी में बहा दिए. इनमें से कुछ मृत गायें रास्ते में जगह-जगह झाडिय़ों में अटककर रह गईं. शिकायत पर पुलिस ने तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के सिवनी में आया भूकम्प, मकान हिलते ही घरों से बाहर निकले लोग..!
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