इंफाल. एनडीए से गठबंधन तोडऩे से नाराज मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड के सात विधायकों में से पांच विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. मणिपुर विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष ने जनता दल यूनाइटेड के पांच विधायकों के भाजपा में विलय के फैसले को संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत स्वीकार कर लिया है.
जदयू छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले इन पांचों विधायकों के नाम जॉयकिशन सिंह, नगुरसंगलुर सानाते, अचब उद्दीन, थांगजम अरुण कुमार और एलएम खौटे हैं. मणिपुर में भाजपा की सरकार है. 60 सदस्यीय विधानसभा में से भारतीय जनता पार्टी के पास 32 सीटों के साथ बहुमत में है. मणिपुर में इस साल मार्च में ही विधानसभा चुनाव हुए थे.
गौरतलब है कि मणिपुर में जदयू को ये बड़ा इटका उस वक्त लगा है, जब पार्टी की नेशनल काउंसिल की बैठक चल रही है. 2 से 4 सितंबर तक चलने वाली इस मीटिंग में जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह शामिल होंगे. जदयू के एनडीए से अलग होने के बाद से ही बस बात की चर्चा जोरों पर है कि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा? इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भी चल रहा है.
बताया जा रहा है कि सभी विधायक जदयू के एनडीए गठबंधन से बाहर आने के फैसले से नाराज थे. ये फैसला नीतीश कुमार के उस ऐलान के बाद किया है, जिसमें उन्होंने मणिपुर में भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की बात कही थी. वहीं इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. एक तरफ जदयू ने इसे असंवैधानिक बताया है, तो दूसरी तरफ भाजपा उन विधायकों का खुले दिल से स्वागत कर रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सीएम नीतीश कुमार का बड़ा निर्णय, बिहार में पहले की तरह ही होगी बीपीएससी की परीक्षा
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