पल-पल इंडिया. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले वहां कांग्रेस बेहतर स्थिति में थी और वहां के प्रादेशिक नेताओं को ठीक से नियंत्रित किया जाता, तो पंजाब कांग्रेस के हाथ से निकल नहीं जाता?
वहां लोकप्रिय, लेकिन बड़बोले नवजोत सिंह सिद्धू रोज नया सियासी तमाशा करते रहे, गंभीर नेता, बहुमत जिनके साथ था, उन्हें नजरअंदाज करके नए चेहरे को सीएम बनाना कांग्रेस को भारी पड़ गया, नतीजा?
पंजाब की जीत हार में बदल गई!
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं, वे इस पद के लिए योग्य हैं, यह कई बार प्रमाणित हो चुका है, पंजाब, गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्यों के चुनावों में वे अपनी राजनीतिक समझ और क्षमता का परिचय दे चुके हैं.
अभी राजस्थान में करीब एक साल बाद विधानसभा चुनाव हैं, अव्वल तो यहां अशोक गहलोत को कम-से-कम अगले विधानसभा चुनाव तक हटाना नहीं चाहिए, वरना कांग्रेस को अगले विधानसभा चुनाव में नुकसान हो सकता है और यदि किसी परिस्थिति में बदलाव होता है, तो जिसे भी नेतृत्व सौंपा जाए बहुमत के आधार पर सौंपा जाए, यदि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायकों के बहुमत के आधार पर होगा, तो ही कांग्रेस सरकार ीक से चल पाएगी, नहीं तो लोकप्रियता की राजनीति और गुटबाजी कांग्रेस को तगड़ा सियासी झटका देगी?
जिन्हें मुख्यमंत्री बनना है, उन्हें बहुमत की परीक्षा तो पास करनी ही चाहिए!
Ashok Gehlot @ashokgehlot51
हम चाहते हैं चुनाव हो जाए एक बार, चुनाव में जी भी लोग खड़े हों, चुनाव के बाद हम लोग मिलकर काम करेंगे, गाँव में, बूथ पर, ब्लॉक, प्रदेश व देश हर स्तर पर कांग्रेस मजबूत कैसे हो क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमी नहीं हैं, देश के हर गाँव में कांग्रेस है, हम पुनः दिल जीतेंगे लोगों का....
https://twitter.com/i/status/1573256180369018880
लोकप्रियता और मीडिया मैनेजमेंट नहीं, बहुमत के दम पर बनेगा राजस्थान का मुख्यमंत्री?
https://palpalindia.com/2022/09/23/Rajasthan-Chief-Minister-Media-Management-Majority-Ashok-Gehlot-Congress-President-news-in-hindi.html
प्रदीप द्विवेदीः राष्ट्रपति चुनाव का राजनीतिकरण रोकने के लिए सीधे जनता से चुनाव होना चाहिए?
प्रदीप द्विवेदीः राष्ट्रपति चुनाव! मुखौटा आदिवासी का, चेहरा पीएम मोदी का?
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