पल-पल इंडिया. मोदी सरकार की सियासी ठगी के कारण जनता तो नाराज है ही, अब उनके अपनों का भी धैर्य जवाब देने लगा है?
खबरें हैं कि राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन भारतीय किसान संघ की ’किसान गर्जना’ रैली में अपनी कई मांगों को लेकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु समेत सात राज्यों के किसानों ने दिल्ली के रामलीला मैदान पर विशाल प्रदर्शन किया है.
लगातार आठ साल तक अच्छे दिनों की उम्मीद लगाए किसानों की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है, किसानों की मांगों में कृषि से जुड़े सभी सामानों पर जीएसटी खत्म करने की माग भी शामिल है, इन किसानों की मांगे हैं कि फसल का दाम लागत के आधार पर तय किया जाए, किसान सम्मान निधि में पर्याप्त बढ़ोतरी के साथ ही अपनी फसल का मूल्य तय करने का किसान को हक होना चाहिए.
पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर में करोड़ों रुपयों की सियासी लूट के बाद किसानों का यह सवाल सही है कि- किसानों के लिए 6 हजार रुपये से क्या होगा?
खबरों की मानें तो किसानों का कहना है कि केवल 6,000 रुपये से कोई अपने परिवार का पालन कैसे कर सकता है? मोदी सरकार ने कहा है कि इसे बढ़ाकर 12,000 रुपये किया जाएगा, लेकिन यह भी काफी नहीं है?
देखना दिलचस्प होगा कि मोदी सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपने समर्थकों की मांगे पूरी करती है या अपने कारोबारी मित्रों के साथ ही खड़ी रहती है!
कृषि कानून 20, तो किसान आंदोलन 21....
https://www.palpalindia.com/2022/02/08/Delhi-Farmer-Movement-Story-Abhimanoj-Pradeep-Dwivedi-book-Agricultural-law-20-Farmers-Movement-21-Narendra-Modi-government-news-in-hindi.html
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