यदि वसुंधरा राजे को सीएम फेस नहीं बनाया, तो.... कांग्रेस से लड़ नहीं पाएगी बीजेपी?

यदि वसुंधरा राजे को सीएम फेस नहीं बनाया, तो.... कांग्रेस से लड़ नहीं पाएगी बीजेपी?

प्रेषित समय :21:23:50 PM / Thu, Mar 9th, 2023

प्रदीप द्विवेदी. लाख दबाने के बावजूद राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी चरम पर है और मजेदार बात यह है कि सियासी जिद के चलते इस गुटबाजी को बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व ही हवा दे रहा है?
पीएम नरेंद्र मोदी को अपने बराबर के सियासी कद के नेता कभी पसंद नहीं आते हैं, लिहाजा समय आने पर ज्यादातर ऐसे नेता या तो किनारे कर दिए जाते हैं या फिर सियासी सन्यास आश्रम में भेज दिए जाते हैं!
बीजेपी को बड़ा राष्ट्रीय दल बनानेवाले- लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शत्रुघ्न सिन्हा, सुब्रह्मण्यम स्वामी, उमा भारती आदि नेता आज कहां हैं? वर्ष 2014 तक इनका सियासी कद क्या था और आज क्या है?
इस वक्त केवल यूपी के सीएम योगी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, दो ही ऐसे जनाधारवाले नेता हैं, जो बोनसाई पॉलिटिक्स का शिकार होने से बच गए हैं!
वैसे भी राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मात देना तो मुश्किल है ही, उनसे सियासी समर्पण करवाना भी संभव नहीं है?
यदि वसुंधरा राजे ने सियासी समर्पण कर दिया होता तो मोदी टीम का राजस्थान में ऑपरेशन लोटस ढेर नहीं हो जाता और.... वे भी शिवराज सिंह चौहान की तरह राजस्थान की मुख्यमंत्री होती!
याद रहे, राजस्थान की राजनीति में हरिदेव जोशी-भैरोंसिंह शेखावत का सियासी युग समाप्त होने के बाद अशोक गहलोत-वसुंधरा राजे युग आया, जो अब भी जारी है?’
इसलिए, न तो कांग्रेस अशोक गहलोत को हटा कर राजस्थान की सत्ता हासिल कर सकती है और न ही बीजेपी वसुंधरा राजे को नजरअंदाज करके सरकार बना सकती है!’
क्योंकि, अभी सारे सियासी पत्ते मोदी टीम के हाथ में हैं, लिहाजा वे वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों को नजरअंदाज करके विधानसभा चुनाव 2023 लड़ तो सकते हैं, लेकिन सत्ता हासिल नहीं कर सकते हैं?
यदि ऐसी राजनीतिक गलती बीजेपी नेतृत्व करता है, तो बीजेपी को राजस्थान की सत्ता तो नहीं मिलेगी ही, सबसे बड़ा नुकसान होगा लोकसभा चुनाव 2024 में, क्योंकि उसके सामने राजस्थान की 25 लोकसभा सीटें बचाने की चुनौती है!
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है, तो बीजेपी के पास पाने के लिए कुछ नहीं है, मतलब.... जो नुकसान होगा वह बीजेपी को ही होगा?
राजस्थान में चुनावी लड़ाई एकतरफा नहीं है, क्योंकि.... कांग्रेस-बीजेपी में वोट प्रतिशत को लेकर कांटे की टक्कर रही है, अलबत्ता.... इस बार सीएम अशोक गहलोत के शासन में राजस्थान कांग्रेस की सियासी जड़े बेहद मजबूत हुई हैं, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी का सियासी जादू गुजरात को छोड़कर शेष भारत में खत्म हो चुका है, लिहाजा.... 2024 के चुनाव में वसुंधरा टीम का समर्थन बीजेपी को नहीं मिला, तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को तगड़ा सियासी झटका लगेगा!
यदि मोदी टीम ने अपनी सियासी जिद को पूरा करने के लिए वसुंधरा राजे को नजरअंदाज किया, तो.... जीत तो दूर, पिछली जीती हुई सीटें बचाना भी मुश्किल हो जाएगा?

बोनसाई पॉलिटिक्स! 2023 नरेंद्र मोदी का, तो.. 2024 वसुंधरा राजे का? 
https://twitter.com/Pradeep80032145/status/1632788674877194240
साहेब! 2024- 2019 या 2014 नहीं है, वसुंधरा राजे से उलझे, तो बड़ा नुकसान होगा?
https://twitter.com/Pradeep80032145/status/1632750395045937152
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को नजरअंदाज करना 2024 में मोदी टीम को भारी पड़ेगा?
https://twitter.com/Pradeep80032145/status/1631922606751227904
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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